कोलकाता से: 30 नवंबर। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। इस मुद्दे पर भाजपा नेता दिलीप घोष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेश में हालात नहीं सुधरे तो भारत सीमा बंद कर सकता है। दिलीप घोष ने कहा, “अगर हम चावल और दाल भेजना बंद कर दें, तो बांग्लादेश में खाने के लाले पड़ जाएंगे। शादी-ब्याह और इलाज के लिए भी उन्हें कोलकाता आना पड़ता है। अगर हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं हुए, तो हम सीमा पर पूरी तरह से रोक लगा देंगे। तब देखेंगे उनका अभिमान कहां जाता है।”

बांग्लादेश में इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) के संत और चटगांव के पुंडरीक धाम के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद से वहां हालात और बिगड़ गए हैं। उन पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। उनकी रिहाई की मांग को लेकर हिंदू समुदाय द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर पुलिस और सेना की दमनकारी कार्रवाई जारी है। इस्कॉन के तीन और भक्तों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिससे हिंदू समुदाय में डर का माहौल है।

भारत सरकार ने इस मुद्दे पर बांग्लादेश सरकार को कई बार कड़ी चेतावनी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर उच्चस्तरीय बैठक भी की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि इस मुद्दे पर राज्य सरकार केंद्र के साथ है।

भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी इस मामले पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। वहीं, दिलीप घोष ने कहा कि भारत-बांग्लादेश के बीच व्यापार और सहयोग दोनों को रोकने पर विचार किया जा सकता है।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कोलकाता समेत कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। बीजेपी सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय ने तो यह तक कह दिया कि बांग्लादेशी अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस का पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए।