कोलकाता, 23 अक्टूबर । पश्चिम बंगाल की छ: विधानसभा सीटों के उपचुनाव में सबसे अधिक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती बांकुरा जिले की तालडांगरा विधानसभा क्षेत्र में की जाएगी। चुनाव आयोग के एक अधिकारी के अनुसार, इन छह विधानसभा क्षेत्रों में 89 कंपनियों की प्रारंभिक तैनाती 25 अक्टूबर तक पूरी कर ली जाएगी, जिनमें से 18 कंपनियां तालडांगरा के लिए आवंटित की गई हैं।

कूचबिहार जिले की सिताई और पश्चिम मिदनापुर जिले की मेदिनीपुर सीटों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 16 कंपनियों की तैनाती की जाएगी, जो दूसरी सबसे बड़ी तैनाती होगी। वहीं, उत्तर 24 परगना जिले की हरोआ सीट पर 15 कंपनियों की तैनाती की जाएगी, जबकि अलीपुरद्वार जिले की मदारीहाट सीट पर 14 कंपनियां तैनात होंगी।

उत्तर 24 परगना जिले की नैहाटी विधानसभा सीट पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की सबसे कम तैनाती होगी।

इन 89 कंपनियों में से 30 कंपनियां सीमा सुरक्षा बल की होंगी, 24 कंपनियां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की, 12 कंपनियां केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की, 13 कंपनियां सशस्त्र सीमा बल की और 10 कंपनियां भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की होंगी।

हालांकि, अधिकारी ने यह भी बताया कि यह प्रारंभिक तैनाती की संख्या हो सकती है और स्थिति का मूल्यांकन होने के बाद इसे बढ़ाया भी जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार, “25 अक्टूबर तक इन छह विधानसभा क्षेत्रों में 89 कंपनियों की प्रारंभिक तैनाती पूरी कर ली जाएगी ताकि मतदान से पहले पूरे क्षेत्र पर प्रभुत्व स्थापित किया जा सके।”

निर्वाचन आयोग ने यह भी निर्णय लिया है कि सभी मतदान केंद्रों पर इस वर्ष हुए संसदीय चुनावों की तरह वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी की जाएगी।

इन छह विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना होगी।

ये सभी छह सीटें उस समय रिक्त हुईं जब यहां से निर्वाचित विधायक इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में चुने गए थे। 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने इनमें से पांच सीटें जीती थीं, जबकि मदारीहाट सीट भारतीय जनता पार्टी के पास थी।