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मित्र देशों के साथ रक्षा और एयरोस्पेस संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा
नई दिल्ली, 06 जनवरी। एशिया की सबसे बड़ी हथियारों की प्रदर्शनी ‘एयरो इंडिया’ का 15वां संस्करण 10 से 14 फरवरी तक कर्नाटक के बेंगलुरु में एयर फोर्स स्टेशन येलहंका में आयोजित किया जाएगा। इस बार की थीम ‘द रनवे टू ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज’ रखी गई है, जिसमें विदेशी और भारतीय फर्मों के बीच साझेदारी बनाने और स्वदेशीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने के नए मार्ग तलाशने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मित्र देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी की दिशा में भारत रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार एयरो इंडिया ने 1996 से अब तक 14 संस्करणों के साथ प्रमुख एयरोस्पेस प्रदर्शनी के रूप में विश्व स्तर पर अपनी जगह बना ली है।कार्यक्रम के पहले तीन दिन 10, 11 एवं 12 फरवरी को व्यावसायिक दिन होंगे, जबकि 13 एवं 14 फरवरी को आमजन मेले के साक्षी बन सकेंगे। कार्यक्रम में रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, मंथन स्टार्ट-अप कार्यक्रम, शानदार एयर शो होगा। इसके अलावा भारत ‘ब्रिज-अंतरराष्ट्रीय रक्षा और वैश्विक जुड़ाव के माध्यम से सुगम बनाना’ विषय पर मित्र देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी की दिशा में रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
इस कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री, रक्षा राज्यमंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और सचिव स्तर पर कई द्विपक्षीय बैठकें आयोजित की जाएंगी। इस दौरान मित्र देशों के साथ रक्षा और एयरोस्पेस संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने के लिए नए रास्ते तलाशे जा सकें।मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोलमेज सम्मेलन से विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को भारत में विनिर्माण के लिए उचित मंच मिलने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम में वैश्विक सीईओ, घरेलू सार्वजनिक उपक्रमों के सीएमडी और भारत की प्रमुख निजी रक्षा एवं एयरोस्पेस विनिर्माण कंपनियों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भाग लेंगे।
इंडिया पवेलियन में स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं और वैश्विक मंच के लिए तैयार अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन करके ‘मेक इनइंडिया’ पहल के लिए भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया जाएगा। एयरो इंडिया में भारतीय स्टार्टअप को बढ़ावा देने पर फोकस होगा। कार्यक्रम के हिस्से के रूप में विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कई सेमिनारों की भी योजना बनाई गई है। एयरो इंडिया के पिछले संस्करण में सात लाख से अधिक आगंतुक आये थे, जिसमें 98 देशों के निवेशक, स्टार्टअप और एमएसएमई सहित 809 प्रदर्शक शामिल थे। ———–