दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में उप सेना प्रमुख ने हरी झंडी दिखाई

चुनौतीपूर्ण इलाकों से होकर 1029 किलोमीटर की दूरी तय करेगी रैली

नई दिल्ली, 13 जून । भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुरों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए गुरुवार को ‘द्रास थंडर मोटरसाइकिल रैली’ की नई दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड से शुरुआत की। उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रैली को औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाई। यह मोटरसाइकिल रैली चुनौतीपूर्ण इलाकों से होकर 1029 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।

द्रास थंडर मोटरसाइकिल रैली में 13 जैक राइफल्स (कारगिल) के एक अधिकारी और 19 सैनिक शामिल हैं। इस टीम के सदस्य वीर चक्र विजेता सूबेदार मेहर सिंह और सेना मेडल, ऑपरेशन विजय वीरता पुरस्कार विजेता नायब सूबेदार केवल कुमार हैं। यह मोटरसाइकिल रैली कारगिल विजय दिवस के रजत जयंती समारोह का हिस्सा है। रैली का उद्देश्य भारतीय सेना के बहादुरों को श्रद्धांजलि देना है, जिन्होंने 25 साल पहले कारगिल युद्ध के दौरान जीत हासिल की थी।

यह मोटरसाइकिल रैली चुनौतीपूर्ण इलाकों से होकर 1029 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। रैली में शामिल सैन्य अधिकारी रास्ते में पड़ने वाले प्रमुख संस्थानों में प्रेरक वार्ता आयोजित करके युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का प्रयास करेंगे। यह टीम रास्ते में 100 से अधिक वीरता पुरस्कार विजेताओं, दिग्गजों और वीर नारियों से मिलेगी और ऑपरेशन विजय में उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त करेगी। रैली का समापन 20 जून को ऐतिहासिक कारगिल युद्ध स्मारक, द्रास में होगा।

भारतीय सेना ने 25 साल पहले इसी दिन पॉइंट 5140 पर कब्जा करके इतिहास के पन्नों में एक अमिट छाप छोड़ी थी। सूबेदार मेहर सिंह और नायब सूबेदार केवल कुमार ने दुश्मन के खिलाफ अदम्य साहस और वीरता दिखाकर कारगिल युद्ध के दौरान रणनीतिक चोटियों पर कब्जा करने में सक्रिय रूप से भाग लिया था। मोटरसाइकिल रैली में शामिल स्वर्गीय लांस नायक रणबीर सिंह के पुत्र राहुल मन्हास ने कारगिल युद्ध में बहादुरी से लड़ाई लड़ी और पॉइंट 5140 पर कब्जा करने के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया।