
देहरादून, 7 अगस्त। उत्तराखंड के जिले उत्तरकाशी के धराली-हर्षिल में प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र में भारतीय सेना के जवान जिला प्रशासन के समन्वय बनाकर योजनाबद्ध तरीके से बचाव व राहत अभियान चला रहे हैं। आपदा क्षेत्र में 225 से अधिक सेना के जवान बचाव कार्य में जुटे हैं। सेना ने अब
तक 70 लाेगाें काे रेस्क्यू किया है।
सेना ने यहां एक बयान जारी कर गुरुवार काे बताया कि मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान तेज़ कर दिया है। सेना के जवान अन्य लाेगाें के साथ
मिलकर वहां फंसे लोगों को बचाने, राहत पहुंचाने और संपर्क बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। कई जगह भूस्खलनों और सड़कों के टूटने के कारण यह क्षेत्र अभी भी कटा हुआ है। भटवाड़ी, लिंचीगाड, हरसिल के पास गंगरानी और धराली में क्षतिग्रस्त सड़क को दुरुस्त किया जा रहा है।
हर्षिल व नेलांग में सैना के हेलीपैड चालू है। नेलांग गंगोत्री से सड़क मार्ग से जुड़ा है, जिससे पर्यटकों की सुविधाजनक आवाजाही संभव हो रही है। धराली में सिविल हेलीपैड भूस्खलन के कारण बंद पड़ा है। सेना ने जानकारी दी कि यहां पर 225 से ज़्यादा सैनिक तैनात हैं, जिनमें इंजीनियर, चिकित्सा दल और बचाव विशेषज्ञ शामिल हैं। इसके अलावा तेखला में एक रीको रडार टीम तैनात है। आगे की तैनाती के लिए एक और रीको रडार शामिल किया जा रहा है। खोज एवं बचाव में दो कुत्ते भी तैनात किए गये हैं।
आज अब तक बचाव और राहत
सेना के बयान के अनुूसार अब तक 70 लाेगाें काे रेस्क्यू किया गया है। सेना ने तीन नागरिकों की मौत की पुष्टि है, जबकि 50 से ज़्यादा नागरिकों के साथ ही एक जेसीओ और 8 जवान लापता हैं। यहां से निकाले गए नाै सैन्य कर्मियों और तीन नागरिकों को हेलीकॉप्टर से देहरादून पहुंचाया गया है। गंभीर घायल तीन नागरिकों को एम्बुलेंस से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया और आठ नागरिकों को उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा गंगोत्री में फंसे लगभग 180-200 पर्यटकों को भारतीय सेना और आईटीबीपी भोजन, आश्रय और चिकित्सा सहायता उपलब्ध करा रही है।
मध्य कमान के सेना कमांडर और यूबी क्षेत्र के जीओसी अभियानों की निगरानी कर रहे हैं।
अर्धसैनिक बलों व चिकित्सक को हर्षित पहुंचाएंगे हेलीकाॅप्टर
चिनूक हेलीकॉप्टरों के माध्यम से अर्धसैनिक बलों और चिकित्सा दलों को हर्षिल पहुंचाने और एमआई-17 हेलीकॉप्टरों से एनडीआरएफ कर्मियों और चिकित्सकों को नेलांग की तैयारी चल रही है। वापसी की उड़ानों में पर्यटकों को नेलांग हेलीपैड से निकाला जाएगा। उत्तरकाशी और टेकला से आगे सड़क खोलने के प्रयास जारी हैं।