
घाटी में और नियंत्रण रेखा पर सैन्य आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में जानकारी दी जाएगी
नई दिल्ली, 24 अप्रैल । भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी पहलगाम हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को श्रीनगर का दौरा करेंगे। पहलगाम में आतंकवादी हमले के एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के बसंतगढ़ में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक सैनिक का सर्वोच्च बलिदान हुआ है। सेना प्रमुख को शीर्ष कमांडर घाटी में और नियंत्रण रेखा पर सैन्य आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में जानकारी देंगे। इस दौरान 15 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के अन्य कमांडर मौजूद रहेंगे।
पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले के बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक करके जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की है। बैठक में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उन्हें पहलगाम और पूरे जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया था कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है और आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान जारी है। इसके बाद शाम को हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पहलगाम हमले को लेकर जानकारी दी।
पहलगाम में आतंकवादी हमले के एक दिन बाद तलाशी अभियान के दौरान दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के तंगमर्ग इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने तंगमर्ग की घेराबंदी की। जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध स्थान पर पहुंचे छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इसी तरह जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के बसंतगढ़ में आज आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक सैनिक का सर्वोच्च बलिदान हुआ है।
सेना ने आज एक बयान में कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर उधमपुर के बसंतगढ़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाया गया। गोलीबारी के दौरान हवलदार झंटू अली शेख गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उन्होंने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक ने बहादुर हवलदार झंटू अली शेख की अटूट बहादुरी और सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया है। सेना ने कहा कि उनका अदम्य साहस हमेशा हमारे दिलों में अंकित रहेगा और भारतीय सेना दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ी है।—————–