उदयपुर, 13 दिसंबर। उदयपुर के बेदला स्थित अपना घर आश्रम उदयपुर के द्वारा नानू (नानालाल) प्रभु जी को उनके भाई से मिलवाया। नानू छह माह पूर्व घर से निकल गया था।
आश्रम प्रभारी सुल्तान सिंह ने बताया कि दिनेश जाट की सूचना पर नाथद्वारा बस स्टैंड से नानू को रेस्क्यू किया गया। प्रवेश के समय नानू काफी आक्रोशित था। आश्रम में प्रवेश के बाद नियमित सेवा, उपचार प्रारंभ किया गया। तत्पश्चात मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ। इसी बीच इनके परिवारजन खोजते हुए नाथद्वारा बस स्टैंड पहुंचे जहां से राहगीरों से पता चला कि नानू को अपना घर आश्रम उदयपुर में सेवा एवं उपचार के लिए भर्ती करवा दिया गया है।
सूचना प्राप्त होते ही इनके परिजन चाचा के लड़के रमेश चंद्र शर्मा नानू को लेने अपना घर आश्रम उदयपुर में आए। इनके भाई के द्वारा बताया गया कि नानू घर से लगभग 5-6 माह पूर्व निकल गए थे, क्योंकि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। काफी समय से परिजन नानू को खोज रहे थे। वे आकोदड़ा, पंचायत पाखंड (रामपुर), तहसील नाथद्वारा जिला राजसमंद, राजस्थान के रहने वाले हैं।
आश्रम सचिव गोपाल कनेरिया ने बताया कि वर्तमान में आश्रम में 50 प्रभुजी निवासरत हैं। उदयपुर में आश्रम की स्थापना से अभी तक कुल 70 प्रभुजी को उनके परिजनों से मिलाया गया है।