कोलकाता, 24 सितंबर । तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुव्रत मंडल दो साल के बाद बीरभूम लौट आए हैं। सोमवार रात तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद मंगलवार सुबह उन्होंने अपनी बेटी सुकन्या मंडल के साथ दमदम हवाई अड्डे से सड़क मार्ग द्वारा बीरभूम की यात्रा शुरू की।
अनुव्रत मंडल को दो साल पहले अगस्त 2022 में सीबीआई ने गाय तस्करी मामले में गिरफ्तार किया था। उस समय उन्हें पहले आसनसोल जेल और फिर करीब डेढ़ साल तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया। उनकी बेटी सुकन्या मंडल भी कुछ समय पहले इसी मामले में जमानत पर रिहा हुई थीं, लेकिन वह दिल्ली में ही अपने पिता की रिहाई का इंतजार कर रही थीं।
अनुव्रत मंडल ने मंगलवार को सुबह नौ बजे बर्दवान होते हुए बोलपुर स्थित अपने निवास ‘निचुपट्टी’ पर पहुंचकर समर्थकों से मुलाकात की। उनके घर के बाहर पहले से ही बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। जैसे-जैसे समय बीतता गया, यह भीड़ और बढ़ती गई।
बर्दवान के पास अनुव्रत मंडल की गाड़ी कुछ समय के लिए रुकी, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में अपने शारीरिक स्वास्थ्य का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरे पैर और कमर में दर्द है, लेकिन मैं अदालत का सम्मान करता हूं और कानून का पालन करता हूं। उन्होंने यह भी कहा, “मैं दीदी के लिए हमेशा से था और हमेशा रहूंगा।”
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी गिरफ्तारी के बाद कहा था कि “केष्टो को वीर सम्मान के साथ वापस लाएंगे।” संयोग से, ममता बनर्जी भी मंगलवार को बाढ़ से प्रभावित जिलों के दौरे पर बीरभूम आ रही हैं, जहां उनका एक प्रशासनिक कार्यक्रम भी है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि क्या अनुव्रत मंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात होगी। इस पर अनुव्रत ने कहा कि अगर उनका स्वास्थ्य सही रहा, तो वह दीदी से मिलेंगे।
अनुव्रत मंडल के घर ‘निचुपट्टी’ की सफाई, रंगाई-पुताई और अन्य तैयारियां उनके जमानत की खबर के बाद से ही शुरू हो गई थीं। दो साल बाद इस बार वह दुर्गा पूजा से पहले बोलपुर के अपने घर लौटे हैं।