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– दिनोदिया परिवार, श्री देवसर माता भक्त मंडल व समर्पण ट्रस्ट, द्वारा संयुक्त आयोजन
कोलकाता, 7 जुलाई। पद्मश्री अनूप जलोटा ने शनिवार को महानगर के धनधान्य आडिटोरियम में भजनों की ऐसी सुर सरिता बहाई कि श्रोता विभोर हो गए। भजन सम्राट अनूप जलोटा ने ऐसी लागी लगन…, रंग दे चुनरिया…, वो काला एक बांसुरीवाला… और श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम… जैसे भजनों की प्रस्तुति देते हुए श्रोताओं को भक्तिरस से सराबोर कर दिया।
दिनोदिया परिवार, श्री देवसर भक्त मंडल, कोलकाता एवं समर्पण ट्रस्ट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अनूप जलोटा की मखमली आवाज के जादू ने संगीतरसिकों को आनंदित करने में कसर नहीं छोड़ी और सभागार में उनकी हर प्रस्तुति के बाद देर तक करतल ध्वनि गूंजती रही। पद्मश्री जलोटा के साथ मुंबई से पधारी भजन गायिका जया जैन ने भी कई सुमधुर भजन प्रस्तुत किए। उन्होंने राधा-कृष्ण गाथा पेश की, जिसे श्रोताओं द्वारा खूब सराहा गया।
समर्पण ट्रस्ट के ट्रस्टी प्रदीप ढेडिया ने कहा कि आज के समय में जहां पाश्चात्य संगीत बढ़ रहा है वहां अपने भारतीय शास्त्रीय और मधुर संगीत को सहेजने की आवश्यकता है। संगीत में विकृति इसलिए आई है क्योंकि कविता लेखन का स्तर कुछ बदला है। रैप को अधिक पसंद किया जा रहा है जो वैसे तो भारतीय संगीत से ही उपजा है और इसकी जड़ें भी भारतीय संगीत पद्धति में ही हैं। संगीत ही ऐसी विधा है जिससे व्यक्ति आत्मा से परमात्मा के मिलन का सूक्ष्म अनुभव कर सकता है जब वह संगीत या भजन की स्वर लहरियों और धुनों में खो जाता है।
भजन संध्या की समाप्ति के बाद प्रसाद संध्या का भी आयोजन किया गया गया था। भजन संध्या में दिनोदिया परिवार की प्रमुख विद्या देवी जी अग्रवाल, शंकरलाल जी अग्रवाल, निर्मला देवी अग्रवाल, सांवरमल अग्रवाल, स्नेहा अग्रवाल, आत्माराम जी मथरान, रजनी मथरान, आनंद जैन, देवसर भक्त मंडल के सदस्यों, कोलकाता के सुप्रसिद्ध समाज सेवी एवं उद्योगपति श्री सज्जन भजनका एवं समर्पण ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री प्रदीप ढेडिया, प्रीति ढेडिया तथा अभ्युदय दुगर समेत कई अन्य गणमान्य उपस्थित थे।