तारकेश्वर, 01 जुलाई । हुगली के जिले तारकेश्वर में चोरी के संदेह में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। मृत युवक विश्वजीत मन्ना (23) था। वह पेशे से ड्राइवर था। इससे पहले पांडुआ में भी ऐसी ही घटना के आरोप लगे थे। पश्चिम बंगाल में पिछले चार दिनों में सामूहिक पिटाई से हुई यह पांचवीं हत्‍या है। इससे राज्य के पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं।

मृत युवक के परिवार का दावा है कि चोर होने के शक में युवक को घर से ले जाकर मार डाला गया। घटना तारकेश्वर थाने के अंतर्गत नाईटा मालपहाड़पुर ग्राम पंचायत के रानाबांध इलाके में सोमवार को घटी।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, रविवार रात उनके पड़ोसी बिकास सामंत और उनके बेटे देवकांत सामंत उसे घर से उठा कर ले गए और उसके साथ मारपीट की। फोन पर पूछे जाने पर हुगली जिला पुलिस (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक कामन्सिस सेन ने कहा कि संदिग्ध चोर की पिटाई की गई। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

स्थानीय व पुलिस सूत्रों के अनुसार विश्वजीत मन्ना तारकेश्वर थाने के नाईटा मालपहाड़पुर ग्राम पंचायत के रानाबांध इलाके अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। परिजनों के मुताबिक, रविवार की शाम उनके पड़ोसी विकास सामंत के घर से ₹50 हजार रुपये की चोरी हो गयी। इसके बाद रात करीब 11 बजे पिता विकास और बेटा देवकांत सामंत विश्वजीत को घर से उठा ले गये और उससे चोरी हुए पैसे वापस मांगे गए। इस दौरान आरोपीतों ने विश्वजीत की जमके पिटाई की।

आरोप है कि विश्वजीत को सड़क पर गिरा दिया गया और पीवीसी पाइप और डंडों से बुरी तरह पीटा गया। चोट लगने के कारण विश्वजीत बेहोश हो गए। मृतक विश्वजीत की मां ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने अपने बेटे को पीटने से रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उसे भी पीटा। बेहोश विश्वजीत को सोमवार तड़के तकरीबन दो बजे तारकेश्वर ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोपित विकास सामंत और उसके बेटे देवकांत सामंत को तारकेश्वर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

मृतक विश्वजीत की मां रूमा मन्ना ने दावा किया कि उनके बेटे ने चोरी नहीं की थी। झूठे आरोप लगाकर पीट-पीटकर मार डाला। उन्होंने आरोपितों को कठोर सजा देने की मांग की।