कोलकाता, 21 अक्टूबर। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उनके खिलाफ अदानी समूह के प्रतिद्वंद्वी कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से करोड़ों रुपये घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के गंभीर आरोपों की जांच तो पहले से ही चल रही है। अब पता चला है कि उन्होंने नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर-एनआईसी पर बनाई गई अपनी पार्लियामेंट्री आईडी भी दूसरों से शेयर की। पता चला है कि जब महुआ मोइत्रा भारत में थीं, तब उनकी पार्लियामेंट्री आईडी दुबई में लॉगिन की गई थी।
ल्लेखनीय है कि इस आईडी की वेबसाइट का संबंध पूरे देश की संसदीय व्यवस्था से है, जिस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर देश के सभी मंत्रियों और सांसदों की महत्वपूर्ण खुफिया जानकारियां अपलोड की जाती हैं। झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस संबंध में एक बार फिर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। उन्होंने दावा किया कि नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर ने इसकी जानकारी जांच एजेंसियों को दे दी है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर निशिकांत दुबे ने लिखा, ‘एक सांसद ने चंद पैसों के लिए देश की सुरक्षा को दांव पर लगा दिया। जब सांसद की आईडी को दुबई में खोला गया तो उस वक्त सांसद भारत में ही थीं। इस एनआईसी पर पूरी भारत सरकार है, देश के प्रधानमंत्री, वित्त विभाग, केंद्रीय एजेंसी हैं। क्या अब भी टीएमसी (तृणमूल) और विपक्षियों को राजनीति करनी है। जनता इसका फैसला करेगी। एनआईसी ने इसकी जानकारी जांच एजेंसी को दे दी है।’
हीरानंदानी ने स्वीकार किया है आरोप
वहीं, मामले के सामने आने के बाद एथिक्स कमेटी को दिए गए हलफनामे में हीरानंदानी ने इस बात को स्वीकार किया है कि उन्होंने मोइत्रा की पार्लियामेंट्री लॉगिन आईडी का इस्तेमाल किया है। इसके जरिए उन्होंने अदानी ग्रुप को लेकर सवाल भी अपलोड किया। उन्होंने मामले में सरकारी गवाह बनने की भी इच्छा जताई है, जिसकी वजह से महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।
सांसद निशिकांत दुबे ने दर्ज कराई है शिकायत
उल्लेखनीय है कि निशिकांत दुबे पहले ही महुआ मोइत्रा पर आरोप लगा चुके हैं कि महुआ पैसे के बदले अदानी ग्रुप के खिलाफ संसद में सवाल पूछती हैं। वह लोकसभा में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेती हैं। लोकसभा की एथिक्स कमेटी भाजपा सांसद की शिकायत को देख रही है। कमेटी ने निशिकांत दुबे को अपना बयान रिकॉर्ड करने के लिए आगामी 26 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा है।
निशिकांत दुबे ने इस बाबत शिकायत दर्ज करा कर महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म करने की मांग की है।
तृणमूल की चुप्पी
खास बात यह है कि महुआ मोइत्रा की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस मामले पर चुप्पी साथ रखी है और अभी तक कोई भी रुख स्पष्ट नहीं किया है।