पटना 17 नवंबर। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा-रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जमुई से सांसद चिराग पासवान ने कहा कि बिहार मे विधि-व्यवस्था ध्वस्त है और राज्य में अराजकता कि स्थिति उत्पन्न हो गई है और ऐसे में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की जरूरत है।

पासवान ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार मे विधि-व्यवस्था ध्वस्त है और राज्य में अराजकता कि स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसी स्थिति में प्रदेश में में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है।

सांसद ने कहा कि बालू माफिया, शराब माफिया और भूमि-माफियों का सरकार पर वर्चस्व कायम किए हुए हैं। इसके कारण सबको सुरक्षा देने की जिम्मेदारी जिस पुलिस पर है उसी पर 01 जनवरी 2022 से 30 अगस्त 2023 तक माफियाओं ने 1488 बार हमला किया है। उन्होंने कहा कि अभी तक हमले में 51 पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों की हत्या की गई है।

पासवान ने कहा कि बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री महादलित समुदाय के जीतनराम मांझी को जिस ढंग से अपमानित और प्रताड़ित किया उससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिहार में दलितों की हालत क्या है, गांव में दलितों के साथ क्या हो रहा है। दलित समुदाय पर लगातार जुल्म की घटनाएं बढ़ रही है। ऐसी घटनाओं में 67 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

लोजपा-रामविलास के अध्यक्ष ने कहा कि जिस ढंग से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके परिवार और उनकी पार्टी को अनेकों बार तोड़ा है,  यहां तक कि हमारे नेता पद्मभूषण रामविलास पासवान को अपमानित किया, यह उनके लिए शर्म का विषय है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया कि तेलंगाना से देश के लोगों को पद्मभूषण रामविलास पासवान के संबंध मे जो संदेश दिया और बिहार में दलितों पर हो रहे जुल्म की जानकारी दी वह ऐतिहासिक है।