नई दिल्ली, 03 मार्च । केंद्रीय गृह और सहकारितामंत्री अमित शाह आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अत्याधुनिक भारत मंडपम में ‘डेयरी क्षेत्र में सस्टेनेबिलिटी और सर्कुलरिटी पर कार्यशाला’ का उद्घाटन करेंगे। कार्यशाला में सहकारिता मंत्रालय और पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय की नीतियों और पहलों पर चर्चा होगी। इसका उद्देश्य डेयरी फार्मिंग में संधारणीयता के साथ आर्थिक विकास सुनिश्चित करते हुए पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह जानकारी भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) की विज्ञप्ति में दी गई है।

पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, सर्कुलरिटी एक आर्थिक अवधारणा है। इसके अंतर्गत संसाधनों, उत्पादों और सामग्रियों के पुनः उपयोग, पुनर्जनन, और पुनर्चक्रण पर ध्यान दिया जाता है। कार्यशाला में कई राज्यों में बायोगैस संयंत्रों की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर और व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड एवं नाबार्ड बायोगैस/सीबीजी परियोजनाओं और सस्टेन प्लस परियोजना के तहत नए वित्तपोषण पहल की शुरुआत करेंगे।

विज्ञप्ति के अनुसार, डेयरी क्षेत्र में सस्टेनेबिलिटी और सर्कुलरिटी के साथ-साथ बढ़ी हुई दक्षता से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सहकार से समृद्धि के सपने को साकार किया जा सकेगा। कार्यशाला का आयोजन केंद्र सरकार का पशुपालन एवं डेयरी विभाग राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के सहयोग से कर रहा है। कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरीमंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल एवं जॉर्ज कुरियन आदि मौजूद रहेंगे।