नई दिल्ली, 10 सितंबर । केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह आज यहां भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4सी) के प्रथम स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करेंगे। साथ ही साइबर धोखाधड़ी शमन केंद्र (सीएफएमसी) को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने इस कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर जारी विज्ञप्ति में समारोह का ब्यौरा साझा किया है।

पीआईबी के अनुसार, सीएफएमसी की स्थापना नई दिल्ली में I4सी में की गई है। इसमें प्रमुख बैंकों, वित्तीय मध्यस्थों, भुगतान एग्रीगेटर्स, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं, आईटी मध्यस्थों और राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों (एलईए) के प्रतिनिधि शामिल हैं। वे ऑनलाइन वित्तीय अपराधों से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई और निर्बाध सहयोग के लिए मिलकर काम करेंगे। सीएफएमसी कानून प्रवर्तन में “सहकारी संघवाद” का एक उदाहरण पेश करेगा।

केंद्रीयमंत्री अमित शाह समन्वय प्लेटफॉर्म (संयुक्त साइबर अपराध जांच सुविधा प्रणाली) का भी शुभारंभ करेंगे। यह एक वेब-आधारित मॉड्यूल है। यह साइबर अपराध के डेटा संग्रह, डेटा साझाकरण, अपराध मानचित्रण, डेटा विश्लेषण, देश भर में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए सहयोग और समन्वय मंच के लिए वन स्टॉप पोर्टल के रूप में कार्य करेगा। शाह ‘साइबर कमांडो’ कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।

विज्ञप्ति के अनुसार, इस कार्यक्रम के तहत देश में साइबर सुरक्षा परिदृश्य के खतरों का मुकाबला करने के लिए राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय पुलिस संगठनों (सीपीओ) में प्रशिक्षित ‘साइबर कमांडो’ की एक विशेष शाखा स्थापित की जाएगी। प्रशिक्षित साइबर कमांडो डिजिटल स्पेस को सुरक्षित करने में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय एजेंसियों की सहायता करेंगे। शाह संदिग्ध रजिस्ट्री का भी उद्घाटन करेंगे। इस पहल के तहत वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र की धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने के लिए बैंकों और वित्तीय मध्यस्थों के सहयोग से राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) के आधार पर विभिन्न पहचानकर्ताओं की एक संदिग्ध रजिस्ट्री बनाई जा रही है।

उल्लेखनीय है कि I4 सी का उद्देश्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमताओं को बढ़ाना और साइबर अपराध से निपटने वाले विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय में सुधार करना है। साल 2020 में 10 जनवरी को नई दिल्ली में I4सी मुख्यालय का उद्घाटन कर इसे राष्ट्र को समर्पित किया गया था। इस साल पहली जुलाई से I4सी को गृह मंत्रालय के तहत एक संलग्न कार्यालय के रूप में नामित किया गया है। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण I4सी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल साइबर दोस्त (Cyberdost) पर सुबह 11ः30 बजे से किया जाएगा।