गोलाघाट (असम), 15 मार्च। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को देरगांव स्थित ‘लाचित बरफुकन पुलिस अकादमी’ का औपचारिक उद्घाटन किया। इस दौरानकेंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अपने संबोधन में मां कामाख्या और श्रीमंत शंकरदेव को याद किया। महावीर लाचित बरफुकन का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, ‘जब मैं चौथी कक्षा में था, तब मैंने लाचित बरफुकन का पाठ पढ़ा था। स्नातक स्तर पर लाचित बरफुकन का उल्लेख नहीं किया गया है।

लाचित बरफुकन को असम तक ही सीमित किया गया था। लाचित बरफुकन की जीवनी का अब 23 भाषाओं में अनुवाद किया गया है। असम के साथ अपने लंबे समय से जुड़े होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “मैं एक छात्र के रूप में कई बार असम आया। हितेश्वर सैकिया के कार्यकाल में हमने असम में भी विरोध प्रदर्शन किया था। मैंने विरोध करते हुए पुलिस की लाठियां खाईं। मुझे असम की जेल में भी सात दिन रोटी खानी पड़ी थी। उस समय असम पुलिस दूसरे राज्यों में प्रशिक्षण ले रही थी। लेकिन अब असम में दूसरे राज्यों की पुलिस प्रशिक्षण ले रही है।’’

शाह ने कहा कि सेमी-कंडक्टर असम की छवि को बदल देगा। इसका जिक्र करते हुए उन्हाेंने कहा, “असम अब आतंकवाद के नहीं प्रगति के मार्ग पर चल रहा है।” “उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 10 वर्षों में 1.27 लाख करोड़ रुपये दिए गए जबकि मोदी सरकार ने 10 वर्षों में असम को 4 लाख करोड़ रुपये दिए। कांग्रेस शासन के दौरान हिंसा और साम्प्रदायिकता थी। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में असम में केवल विकास है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में असम में 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आएगा। असम के युवाओं का भविष्य सुनहरा होगा।”