सीमा पर पेट्रापोल में नए यात्री टर्मिनल भवन और मैत्री द्वार का उद्घाटन
कोलकाता, 27 अक्टूबर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बांग्लादेश सीमा पर स्थित पेट्रापोल में नए यात्री टर्मिनल भवन और मैत्री द्वार का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 10 सालों में देशभर में कई कार्य किए हैं। बंगाल के लोगों में कुछ नाराजगी हो सकती है, लेकिन चिंता न करें, 2026 के चुनावों के बाद भाजपा सरकार इस नाराजगी को दूर करेगी। मोदी सरकार के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल के स्थलीय बंदरगाहों का व्यापक विकास हो रहा है। यहां के लोगों की जिंदगी में भी बदलाव लाया जा रहा है।” शाह शनिवार रात कोलकाता पहुंचे।
बांग्लादेश सीमा के निकट बनगांव में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने राजनीतिक संदेश देते हुए कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर बंगाल से अवैध घुसपैठ की समस्या समाप्त कर देगी और सीमा पर सुरक्षा कड़ी की जाएगी। उन्होंने पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनावों में परिवर्तन लाने का आह्वान किया।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने इस कार्यक्रम में ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में सत्ता में आई तो बंगाल में अवैध घुसपैठ पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी। उन्होंने राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार पर भी तृणमूल सरकार को घेरा और कहा कि भाजपा का लक्ष्य सिर्फ विकास है। उन्होंने दावा किया कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल को 7.74 करोड़ रुपये की सहायता दी है जबकि, ममता बनर्जी ने अपने कार्यकाल में इसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया।
उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत-बांग्लादेश के बीच व्यापार में बढ़ोतरी हुई है। उनके अनुसार जब मोदी सत्ता में आए, तब बांग्लादेश के साथ व्यापार 18 हजार करोड़ रुपये का था, जो अब 30 हजार करोड़ रुपये हो गया है। इससे राज्य में रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।
शाह ने दोपहर में कोलकाता वापस लौटकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यता अभियान का शुभारंभ करने का भी कार्यक्रम रखा है। सॉल्टलेक में आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। हालांकि, शाह का बंगाल दौरा कुछ दिन पहले होना था, लेकिन चक्रवात ‘दाना’ के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। शनिवार को शाह ने राज्य में कदम रखते ही आगामी चुनावों की रणनीति का संकेत दिया, जिससे भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में 13 नवंबर को छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। शाह के इस दौरे को भाजपा के लिए एक प्रेरणादायी संदेश माना जा रहा है, जो कार्यकर्ताओं को आगामी उपचुनावों में मनोबल बढ़ाने में सहायक होगा।
देर रात पहुंचे कोलकाता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार रात लगभग 1:00 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंचे जहां बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने उनका स्वागत किया।
नया यात्री टर्मिनल
नया टर्मिनल और माल गेट भारत-बांग्लादेश के बीच व्यापार और यात्री सुविधाओं को आधुनिक और सुगम बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह भूमि बंदरगाह पहले से ही दोनों देशों के बीच 70 प्रतिशत भूमि-आधारित व्यापार का मुख्य मार्ग है और हर साल लगभग 23.5 लाख यात्रियों के आवागमन को सहज बनाता है।
नया यात्री टर्मिनल आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें वीआईपी लाउंज, ड्यूटी-फ्री दुकानें, मेडिकल सुविधाएं, बच्चों के लिए विशेष कक्ष और खाद्य एवं पेय आउटलेट जैसी अत्याधुनिक सेवाएं शामिल हैं। इस टर्मिनल की यात्री क्षमता प्रतिदिन 20 हजार यात्रियों की है, जहां इमिग्रेशन, कस्टम्स और सुरक्षा सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। इस टर्मिनल का कुल निर्मित क्षेत्र 59 हजार 800 वर्ग मीटर में फैला है और इसमें स्वचालित एंट्री और एग्जिट प्रणाली के साथ फ्लैप बैरियर का उपयोग किया गया है।
मित्रता द्वार
इसके साथ ही, ‘मित्रता द्वार’ नामक संयुक्त माल गेट का निर्माण भारत और बांग्लादेश के व्यापारिक संबंधों को नया आयाम देने के उद्देश्य से किया गया है। इस गेट का शिलान्यास 9 मई, 2023 को अमित शाह ने किया था, जो अब बनकर तैयार हो चुका है। यह गेट प्रतिदिन 600 से 700 ट्रकों के आवागमन को तेज और सरल बनाएगा। स्वचालित नंबर प्लेट मान्यता, बूम बैरियर, चेहरे की पहचान वाले कैमरे और नियंत्रित प्रवेश एवं निकासी बिंदुओं जैसी सुविधाएं इस गेट को विशेष बनाती हैं।
भारत का भूमि बंदरगाह प्राधिकरण इस टर्मिनल और गेट का संचालन करेगा, जिससे भारत और दक्षिण एशियाई देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी। इस परियोजना से न केवल भारत-बांग्लादेश यात्रा अनुभव को सुधारा जाएगा, बल्कि इसे एशिया के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मदद मिलेगी।