
कोलकाता, 23 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया पर भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख और बंगाल के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने ममता बनर्जी के वक्तव्य को “दोहरे मापदंड” बताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल, विशेषकर मुर्शिदाबाद, में जो हो रहा है, वह भी इस त्रासदी से कम नहीं है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमले के बाद कहा था कि जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करती हूं। यह हिंसा की नृशंस घटना अत्यंत निंदनीय है और इसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाना चाहिए।
इस पर पलटवार करते हुए अमित मालवीय ने कहा कि कश्मीर में जो हुआ वह निस्संदेह दुखद है, लेकिन बंगाल की स्थिति भी उतनी ही चिंताजनक है। ममता बनर्जी आप जानबूझकर जनसंख्यकीय संतुलन बदलने की कोशिश कर रही हैं ताकि अपनी राजनीतिक जमीन बचा सकें। मुर्शिदाबाद की घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि वहां किस तरह साम्प्रदायिक तनाव उभर रहा है। आप पहले मुर्शिदाबाद जाइए, क्योंकि आप अभी भी इस राज्य की मुख्यमंत्री हैं।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल की शुरुआत में वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में अल्पसंख्यक बहुल मुर्शिदाबाद जिले में हिंसक प्रदर्शन हुए थे, जिसके चलते तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग — जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे —विस्थापित हो गए थे।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 12 अप्रैल को कलकत्ता हाई कोर्ट की विशेष खंडपीठ ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती के आदेश दिए थे। कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की थी कि यदि सीएपीएफ की तैनाती पहले कर दी गई होती, तो हालात इतने गंभीर और विस्फोटक नहीं होते।