कोलकाता, 25 अगस्त । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल प्रमुख और पश्चिम बंगाल के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए असुरक्षित हो गया है। सोमवार को उन्होंने मालदा मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर से कथित दुर्व्यवहार की घटना को उजागर करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा निशाना साधा है।

मालवीय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला इंटर्न के साथ हुए बलात्कार और हत्या के बाद अब मालदा में एक और भयावह घटना सामने आई है। इंटर्न डॉक्टर मयूराक्षी घोष के साथ मुस्लिम डॉक्टर मोहम्मद मिजानुर रहमान ने उत्पीड़न और दुर्व्यवहार किया। महिलाओं का यह दु:स्वप्न जारी है।”

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जब पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराने का साहस दिखाया, तो उन्हें और उनके सहयोगियों को 12 घंटे तक प्रिंसिपल के दफ्तर में बंद कर दिया गया, फोन पर धमकियां दी गईं और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यही उन युवतियों का भविष्य है जो समाज की सेवा का सपना लेकर डॉक्टर बनने का रास्ता चुनती हैं?

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो स्वास्थ्य विभाग की भी मंत्री हैं, पर निशाना साधते हुए मालवीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए असुरक्षित हो गया है—हिंदू महिलाओं के लिए तो और भी ज्यादा। हर गली-कोने में ‘शेख शाहजहां’ छिपा बैठा है, जो ममता बनर्जी के संरक्षण से निर्भीक होकर अपराध कर रहा है।

इसी बीच, मालदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एमबीबीएस छात्रों व इंटर्न्स ने बीते सप्ताह शुक्रवार से शनिवार रात तक कॉलेज प्रिंसिपल पार्थ प्रतिम मुखर्जी का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि एक महिला इंटर्न समेत दो लोगों को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है, लेकिन प्रशासन ने आरोपित पर त्वरित कार्रवाई नहीं की।

प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। बढ़ते विरोध के बीच कॉलेज प्रिंसिपल ने प्रशासनिक नियमों के तहत मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।