नई दिल्ली, 7 मई। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि वे भारत और पाकिस्तान की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस टिप्पणी को दोहराया है जिसमें इस टकराव के जल्द शांतिपूर्वक समाप्त होने की उम्मीद जताई गई थी।

विदेश मंत्री रुबियो ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों की नेतृत्व से बातचीत कर शांति की दिशा में प्रयास करता रहेगा।

इससे पहले वाशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास ने एक आधिकारिक बयान में कहा था कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो से बात कर भारत की कार्रवाई से उन्हें अवगत कराया।

वक्तव्य में कहा गया था कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान पोषित आतंकियों के हमले में 26 नागरिकों की जान गई। भारत के पास इस हमले में पाकिस्तान संलिप्तता के ठोस सबूत हैं।

भारत ने उम्मीद जताई थी कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा, लेकिन दो सप्ताह बीतने के बाद भी पाकिस्तान ने इनकार और ‘फॉल्स फ्लैग’ के आरोपों के अलावा कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

इसमें आगे कहा गया कि इसके जवाब में भारत ने सीमित और सटीक कार्रवाई करते हुए केवल आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। इन हमलों में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, सैन्य ठिकाने या आर्थिक ढांचे को क्षति नहीं पहुंचाई गई।