न्यूयॉर्क, 9 मार्च । आतंकवाद और खूनी संघर्ष की आशंकाओं के मद्देनजर अमेरिका ने भारत-पाकिस्तान सीमा, नियंत्रण रेखा के आसपास के क्षेत्रों तथा बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की यात्रा न करने की चेतावनी देते हुए अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने एडवाइजरी में कहा कि इन क्षेत्रों में आतंकी गतिविधियां और सशस्त्र संघर्ष हो सकते हैं इसलिए लोगों को पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करना चाहिए। आतंकवाद और चरमपंथी तत्वों द्वारा जारी हिंसा के कारण नागरिकों के साथ-साथ स्थानीय सैन्य और पुलिस ठिकानों पर अंधाधुंध हमले हुए हैं। आतंकवादी बिना किसी चेतावनी के हमला कर सकते हैं। वे सरकारी प्रतिष्ठानों, परिवहन केंद्रों, बाजार, शॉपिंग मॉल, सैन्य प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों, स्कूलों, अस्पतालों, पूजा स्थलों को निशाना बना सकते हैं। एडवाइजरी में अमेरिकियों से आतंकवाद के कारण बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा की यात्रा न करने को कहा गया है।

पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा खासतौर पर हाल के महीनों में अत्यधिक हिंसाग्रस्त क्षेत्र रहा है। जहां तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने बड़ी संख्या में आम नागरिकों के साथ-साथ काफी संख्या में पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाया है।

गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस द्वारा प्रकाशित वैश्विक सूचकांक में पाकिस्तान को आतंकवाद से दुनिया का दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश बताया गया है। इसमें दुनिया की 99.7 प्रतिशत आबादी को कवर करते हुए 163 देशों का सर्वेक्षण किया गया था।