
नई दिल्ली, 7 जून । चुनाव आयोग ने कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से संबंधित सोशल मीडिया और राजनीतिक मंचों पर लगाए जा रहे आरोपों के बावजूद निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) को अबतक न तो कोई लिखित आपत्ति प्राप्त हुई है, न ही किसी राजनीतिक दल ने प्रक्रिया का औपचारिक रूप से पालन किया है।
चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र के एक लाख से अधिक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) अब तक इस प्रतीक्षा में हैं कि मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों पर लगाए गए आरोपों को कोई औपचारिक अपील का रूप दिया जाए, लेकिन अब तक जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 24 के अंतर्गत जिलाधिकारियों के समक्ष एक भी ठोस शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। महाराष्ट्र में कुल 1,03,727 बीएलओ नियुक्त किए गए थे, जिन्होंने 1,00,427 मतदान केंद्रों के लिए मतदाता सूचियों को अद्यतन करने में भाग लिया। चुनाव आयोग के अनुसार यह कार्यवाही पूरी तरह पारदर्शी और नियमों के अनुसार हुई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति या पार्टी मतदाता सूची को लेकर संदेह जताता है तो उसके लिए जनप्रतिनिधि कानून के तहत एक स्पष्ट प्रक्रिया है, लेकिन अब तक एक भी मामला इस प्रक्रिया के तहत सामने नहीं आया है। वहीं आंकड़े भी बताते हैं कि महाराष्ट्र चुनाव में मतदाताओं की वृद्धि कई अन्य राज्यों की तुलना में कम रही है। महाराष्ट्र में 2019 की तुलना में 2024 में कुल 73,06,309 मतदाता बढ़े हैं, जो 8.14 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। प्रतिशत के लिहाज से यह अन्य राज्यों से कम है।
तेलंगाना में पिछले पांच सालों में सबसे अधिक 16.16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यहां मतदाताओं की संख्या 2.80 करोड़ से बढ़कर 3.26 करोड़ हो गई। झारखंड में यह आंकड़ा 13.40 प्रतिशत है। इसी तरह अन्य राज्यों में पांच सालों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाता वृद्धि प्रतिशत का आंकड़ा महाराष्ट्र से अधिक है। छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में क्रमश: 9.93 प्रतिशत और 11.36 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, मध्यप्रदेश में मतदाता वृद्धि की दर 7.20 प्रतिशत रही है। तमिलनाडु ने 8.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है जबकि सबसे कम केरल में यह दर 5.48 प्रतिशत रही है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ‘मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र’ शीर्षक से अंग्रेजी अखबार में लेख लिखा है। इसी तरह का लेख हिन्दी अखबार में भी है। साथ ही इस संबंध में पार्टी नेता भी विभिन्न मंचों से आरोप लगा रहे हैं। लेख में राहुल ने नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया है।