
बोलपुर, 17 दिसंबर । पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय विश्वभारती के कैंटीन में निम्न गुणवत्ता का खाना परोसे जाने के आरोपों को लेकर मंगलवार रात विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल रहा। आवासीय छात्राओं के विरोध प्रदर्शन से आधी रात तक विश्वभारती परिसर में तनाव की स्थिति बनी रही।
मंगलवार रात विश्वभारती के कैंटीन के सामने छात्राएं एकत्र हुईं। उन्होंने थाली बजाकर नारेबाजी की। लगभग तीन घंटे तक छात्राओं ने थाली बजाते हुए गीत गाकर विरोध प्रदर्शन किया।
छात्राओं की शिकायतें कई हैं। लेकिन मुख्य शिकायत कैंटीन के खाने की गुणवत्ता को लेकर है। दो वक्त के खाने के लिए छात्राओं को 90 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन इसके बावजूद खराब खाना परोसा जाता है।
छात्राओं का कहना है कि पूरे महीने के खाने के लिए उन्हें पहले से कूपन लेने पड़ते हैं। कैंटीन अधिकारियों ने हमें बताया कि दिसंबर में केवल 22 तारीख तक खाना मिल सकेगा । जब इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने कोई स्पष्टीकरण देना जरूरी नहीं समझा।
छात्राओं का आरोप है कि इस मुद्दे को लेकर हॉस्टल वार्डन से लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के विभिन्न लोगों को बताने के बाद भी कोई समाधान नहीं मिला। बल्कि विरोध-प्रदर्शन करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी गई।
अंत में प्रशासन की ओर से एक व्यक्ति ने बात की, लेकिन छात्राओं के अनुसार इससे कोई समाधान नहीं निकला।
आंदोलनरत एक छात्रा ने कहा, “कैंटीन में खाने की गुणवत्ता बेहद खराब है। इसके अलावा महीने की पहली तारीख को पौष मेला के लिए पहले से कूपन लेने को कहा गया था। अब कह रहे हैं कि पूरे महीने का खाना नहीं मिलेगा!
एक अन्य छात्रा ने कहा, “इतना खराब खाना, और उसकी कीमत 90 रुपये। जहां खाना बनता है, वह जगह देखकर किसी का भी खाने का मन नहीं करेगा। इतनी शिकायत करने के बाद भी प्रशासन की ओर से समाधान का आश्वासन नहीं आया। बल्कि विरोध करने पर हमारे खिलाफ ही कार्रवाई की धमकी मिलती है।”
इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन के किसी भी अधिकारी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।







