नयी दिल्ली, 09 नवंबर। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा जारी ग्रेप-4 नियमों का कड़ाई से पालन करने के लिए सरकार के सभी मंत्री ज़मीन पर काम करेंगे।

दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए गोपाल राय ने गुरुवार को सभी मंत्रियों के साथ संयुक्त बैठक में पत्रकारों से कहा कि सीएक्यूएम द्वारा जारी ग्रेप-4 नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार के सभी मंत्री ज़मीन पर उतरेंगे। इस सन्दर्भ में मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौपीं गयी है।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय को उत्तर और उत्तर पूर्व जिला, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम जिला, राजस्व मंत्री आतिशी को पूर्व और दक्षिण पूर्व जिला, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को दक्षिण और नयी दिल्ली जिला, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन को सेंट्रल और शाहदरा जिला और समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद को उत्तर पश्चिम जिले की जिम्मेदारी सौपीं गई है।

उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर स्थिर बना हुआ है। पिछले 8-10 दिनों से उत्तर भारत में हवा की गति काफी धीमी और तापमान भी लगातार गिर रहा है। ऐसे में प्रदूषण के कण वायुमंडल में फैलने की बजाए निचले स्तर पर ही बने हुए है। इसलिए वाहन प्रदूषण, धूल प्रदूषण, बायोमास बर्निग, पराली समेत जितने भी प्रदूषण के स्रोत हैं, उससे निपटने के लिए सीएक्यूएम ने ग्रेप-4 दिल्ली-एनसीआर में लागू कर रखा है। ग्रेप-4 के तहत दिल्ली में बीएस-3 के पेट्रोल वाहन, बीएस-4 के डीजन वाहन प्रतिबंधित है। साथ ही आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार के ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध है। इसी के साथ दिल्ली के अंदर सभी प्रकार के निर्माण कार्य चाहें वह सरकारी हो या निजी पूरी तरह से बंद है।

गोपाल राय ने कहा कि कई दिनों से यह खबर आ रही थी कि दिल्ली में ग्रेप-4 के नियमों का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है और निर्माण कार्य तथा अन्य गतिविधियां लगातार चल रही हैं। इस लापरवाही और उदासीनता को दूर करने के लिए हमने निर्णय लिया है कि सभी मंत्री ज़मीन पर उतरेंगे और ग्रेप-4 नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाएंगे।