कोलकाता, 03 जून । कोलकाता में घटित एक मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना ने एक बार फिर हमारे समाज और प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर कर दिया है। उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के छघरिया गांव का एक 14 वर्षीय नाबालिक रोजगार की तलाश में कोलकाता गया था। वहीं पर उसे मोबाइल चोरी के झूठे आरोप में एक फैक्ट्री में उल्टा लटकाकर बर्बरता से पीटा गया, और बिजली के झटके दिए गए।

यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रही है। इस अमानवीय व्यवहार के बाद से पीड़ित बच्चा पूरी तरह से लापता है। परिजन लगातार खोजबीन कर रहे हैं और पुलिस को सूचित कर चुके हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है, कुछ ही दिन पहले एक बच्चे ने, चिप्स चोरी का झूठा आरोप लगने पर, आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले उसने लिखा था कि मां, मैंने चोरी नहीं की थी, वो चीज मुझे दुकान के सीढ़ी पर मिली थी। लगातार हो रहे इस तरह के घटना पर भाजपा नेत्री अग्निमित्रा पाल ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। आम जनता अब पुलिस पर भरोसा नहीं कर पा रही है।

पुलिस से मांग करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चे की जल्द से जल्द खोजबीन शुरू की जाए। इस घटना की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच करवाई जाए। दोषियों की पहचान कर उन्हें कठोर सजा दी जाए। पीड़ित परिवार को आर्थिक और मानसिक सहायता प्रदान की जाए। बाल मजदूरी और शोषण के विरुद्ध राज्य स्तर पर विशेष अभियान चलाया जाए।