कोलकाता, 06 अगस्त । कोलकाता के कसबा लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार चारों आरोपितों से मंगलवार रात को लालबाजार पुलिस मुख्यालय में गहन पूछताछ शुरू हुई।

मुख्य आरोपित मनोजीत मिश्रा, लॉ कॉलेज के छात्र जायेब अहमद और प्रमित मुखर्जी तथा कॉलेज का गार्ड पिनाकी बनर्जी को पूछताछ के लिए लालबाजार लाया गया। मंगलवार को कोर्ट में पेशी के दौरान मनोजीत मिश्रा के वकील राजू गांगुली और पिनाकी बनर्जी के वकील दिव्येंदु भट्टाचार्य ने उनके लिए जमानत की अर्जी दाखिल की थी, जबकि जायेब और प्रमित के वकीलों ने कोई जमानत याचिका नहीं दी। यह पहली बार था जब मनोजीत की ओर से जमानत याचिका लगाई गई थी।

हालांकि, पुलिस ने इसका कड़ा विरोध किया। पुलिस ने अदालत को बताया कि उन्हें हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक सबूत, डिजिटल फॉरेंसिक रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज और केंद्रीय फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। पुलिस का दावा है कि आरोपितों द्वारा पहले दिए गए बयानों और प्राप्त रिपोर्टों में कई विसंगतियां पाई गई हैं, जिनकी जांच आवश्यक है।

पुलिस ने अदालत से यह भी कहा कि मनोजीत और उसके साथी प्रभावशाली लोग हैं और यदि उन्हें जमानत दी जाती है, तो वे गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।

अदालत ने पुलिस की दलीलों को मानते हुए चारों आरोपितों को आठ अगस्त तक के लिए फिर से पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। फिलहाल चारों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।