
– अकाल तख्त कमेटी ने पंथक व राजनीतिक ग्रुप का किया ऐलान
चंडीगढ़, 11 अगस्त। पंजाब में कई माह की खींचतान के बाद शिरोमणि अकाली दल आज फिर से दोफाड़ हो गया। बागी गुट ने अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को अपना अध्यक्ष चुन लिया। इससे पहले भी कई बार अकाली दल बनता व बिखरता रहा है। सोमवार को श्री अकाल तख्त की गठित भर्ती कमेटी ने नई पंथक पार्टी का गठन किया है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह के अलावा बीबी सतवंत कौर को पंथक कमेटी का चेयरपर्सन घोषित किया गया है। पांच सदस्यों वाली कमेटी ने एक पंथक और दूसरा सियासी धड़ा बनाया है। सियासी पार्टी को प्रधान ज्ञानी हरप्रीत सिंह संभालेंगे। बीबी सतवंत कौर पंथक कमेटी को संभालेंगी। दोनों अलग-अलग काम करेंगे। अब पंजाब में अकाली दल के एक गुट का नेतृत्व सुखबीर बादल करेंगे, तो दूसरे गुट का नेतृत्व ज्ञानी हरप्रीत सिंह करेंगे। नई पार्टी की कमान ज्ञानी हरप्रीत सिंह के हाथ में जाने से सुखबीर बादल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
अकाल तख्त कमेटी के प्रधान ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अध्यक्ष बनने के बाद पहले बयान में कहा कि बादल कोई चुनौती नहीं है। नई पार्टी के संविधान को अपनाकर चुनाव आयोग के सामने खुद को असली अकाली दल के रूप में प्रस्तुत करेगी, जिससे सुखबीर बादल के नेतृत्व वाली पार्टी को सीधी चुनौती मिलेगी। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 9 साल पहले माफी देने समेत बेअदबी पर कार्रवाई न करने को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब ने दिसंबर, 2024 में अकाली प्रमुख सुखबीर बादल को तनखैया घोषित किया था। इसके बाद अकाल तख्त साहिब ने नए सिरे से डेलिगेट बनाकर प्रधान चुनने के आदेश दिए थे।
अकाल तख्त कमेटी ने सभी ग्रुपों को इकट्ठे होकर काम करने के लिए कहा था। इसके लिए अकाल तख्त साहिब ने 7 सदस्यों की कमेटी बनाई। इनमें से दो सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। अब पांच सदस्यों ने नए दल का गठन कर दिया। नए राजनीतिक समीकरण बनने के बाद अब एक गुट में सुखबीर बादल, एनके शर्मा, एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी, किरपाल सिंह बंडूगर, गोबिंद सिंह लोगोंवाल, दलजीत सिंह चीमा जैसे नेता शामिल हैं, जबकि दूसरे पक्ष में ज्ञानी हरप्रीत सिंह, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, मनप्रीत सिंह अयाली, जागीर कौर जैसे नेता हैं।