
चंडीगढ़, 23 जुलाई विश्व के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक फौजा सिंह की अंतिम अरदास में बुधवार को जालंधर में अखंड पाठ का भोग डाला गया। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गडग़ज ने उन्हें श्रद्धांजलि भेंट की।
एथलीट फौजा सिंह का 14 जुलाई को सड़क हादसे में घायल होने के बाद इलाज के दौरान निधन हो गया था। 20 जुलाई को पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। 114 वर्षीय फौजा सिंह दुनिया के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक थे, जिन्होंने 80 वर्ष की उम्र में दौडऩा शुरू किया और 90 साल की उम्र में इंग्लैंड में अपनी पहली मैराथन पूरी की। 100 साल की उम्र में उन्होंने टोरंटो में आयोजित मैराथन में विश्व रिकॉर्ड कायम किया और अपना नाम वल्र्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज करवाया।
बुधवार को उनकी अंतिम अरदास में एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी, जत्थेदार कुलदीप सिंह गडग़ज, हादसे को अंजाम देने वाले युवक अमृतपाल सिंह के पिता, बसपा नेता बलविंदर कुमार, अकाली नेता मोहिंदर सिंह केपी, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित कई प्रमुख नेता शामिल हुए। जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गडग़ज धावक फौजा सिंह की अंतिम अरदास पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। इस दौरान जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गडग़ज ने कहा- हमारे सिख इतिहास में कई ऐसे पंगतियां हैं, जिन्हें हमारे सिखों ने अपने जीवन शैली में अपनाया है। सरदार फौजा सिंह भी उन में से एक रहे हैं।