नयी दिल्ली, 7 अक्टूबर। वायु सेना को उसके 91 वें स्थापना दिवस पर रविवार को नया ध्वज मिलेगा। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी स्थापना दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित समारोह में नये वायु सेना ध्वज का अनावरण करेंगे। इसके साथ ही यह दिन वायु सेना के इतिहास में ऐतिहासिक दिन के रूप में दर्ज हो जायेगा।

रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नया वायु सेना ध्वज भारतीय वायु सेना के मूल्यों को बेहतर ढंग से प्रकट करने के लिए बनाया गया है। इसके लिए ध्वज के ऊपरी दाएं कोने में ‘फ्लाई साइड’ की ओर वायु सेना क्रेस्ट को शामिल किया जा रहा है। इस क्रेस्ट में राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ और उसके नीचे देवनागरी में ‘सत्यमेव जयते’ लिखा है। नीचे एक हिमालयी ईगल है जिसके पंख फैले हुए हैं, जो भारतीय वायुसेना के रणकौशल को दर्शाता है। हल्के नीले रंग की एक अंगूठी जैसी आकृति हिमालयी ईगल को घेरे हुए है जिस पर ‘भारतीय वायु सेना’ लिखा है। हिमालयी ईगल के नीचे सुनहरे रंग में देवनागरी में भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य ‘नभः स्पृशं दीप्तम्’ अंकित है। यहआदर्श वाक्य भगवद गीता के अध्याय 11 के श्लोक 24 से लिया गया है और इसका अर्थ ‘उज्ज्वल तू स्वर्ग को छूएगा’ या दूसरे शब्दों में ‘गौरव के साथ आकाश को छूना’ है ।

इतिहास में पीछे जाएं तो रॉयल वायुसेना एनसाइन में ऊपरी ओर बाएं कैंटन में यूनियन जैक और फ्लाई साइड पर रॉयल वायु सेना का लाल, सफेद और नीले रंग का निशान शामिल था। स्वतंत्रता के बाद, निचले दाएं कैंटन में यूनियन जैक को भारतीय तिरंगे और ‘रॉयल वायु सेना निशान’ को ‘वायु सेना तिरंगे’ के साथ प्रतिस्थापित करके भारतीय वायु सेना का ध्वज बनाया गया था।