नई दिल्ली, 5 जून । अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) ने “मेरी लाइफ” अभियान के अंतर्गत विश्व पर्यावरण दिवस 2025 मनाया। एआईआईए की निदेशक डॉ. मंजूषा राजगोपाला के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किए गए। सभी कार्यक्रम इस वर्ष की थीम-“प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना” के ईर्द गिर्द रही।

इस कार्यक्रम में द्रव्यगुण विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित महत्वपूर्ण गतिविधियों की एक विस्तृत शृंखला शामिल रही जिसमें एक प्रभावशाली पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली गई। इसमें स्नातकोत्तर और पीएचडी शोधार्थियों, संकाय सदस्यों, संस्थागत कर्मचारियों और स्थानीय पुलिस कर्मियों ने भाग लिया। इस मौके पर छात्रों ने “प्लास्टिक की दुनिया, प्रकृति का विनाश” नामक एक आकर्षक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों को दर्शाया गया तथा आयुर्वेदिक ज्ञान को एक स्थायी विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया गया।

पर्यावरण दिवस के मौके पर एआईआईए परिसर में 500 से अधिक औषधीय और देशी पौधे लगाए गए और घर-आधारित हर्बल खेती को प्रोत्साहित करने के लिए मरीजों को 200 पौधे वितरित किए गए। छात्रों को प्लास्टिक के प्राकृतिक विकल्पों का प्रस्ताव करने के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिता और मॉडल मेकिंग प्रतियोगिता जैसे शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

गुरुवार को एआईआईए मिनी ऑडिटोरियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एमएम राव, डीन पीजी प्रो. योगेश बडवे और द्रव्यगुण विज्ञान विभाग की प्रमुख और मेरी लाइफ अभियान की नोडल अधिकारी डॉ. मीना एस. देवगड़े ने भाग लिया।