
कोलकाता, 26 मई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर ने जर्मनी की प्रतिष्ठित तकनीशे यूनिवर्सिटैट डार्मस्टाड्ट के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (समझौता) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक, अनुसंधान और नवाचार से जुड़ी गतिविधियों में सहयोग को बढ़ावा देगा।
आईआईटी खड़गपुर की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि परिसर में 24 मई को यह समझौता हुआ, जिसमें जर्मन संस्थान की सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। आईआईटी खड़गपुर की ओर से उपनिदेशक प्रोफेसर रिंतु बनर्जी के नेतृत्व में अनुसंधान एवं विकास विभाग के अधिष्ठाता प्रोफेसर रबिब्रत मुखर्जी, अंतरराष्ट्रीय संबंधों के अधिष्ठाता प्रोफेसर देबाशीष चक्रवर्ती और छात्र मामलों के अधिष्ठाता प्रोफेसर भार्गव मैत्रा शामिल थे।
जर्मनी की तकनीशे यूनिवर्सिटैट डार्मस्टाड्ट की ओर से नवाचार और अंतरराष्ट्रीय मामलों के उपाध्यक्ष थोमस वाल्थर और उनकी टीम ने बैठक में भाग लिया। अंतरराष्ट्रीय मामलों की अधिष्ठाता जाना फ्राइहोफर ने रोबोटिक्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, यांत्रिक, एयरोस्पेस, कंप्यूटर विज्ञान एवं अभियंत्रण, विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक्स अभियंत्रण, राजनीति विज्ञान, जैविक विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी और औद्योगिक अभियंत्रण जैसे विविध विषयों पर चर्चा की।
दोनों पक्षों ने संयुक्त शैक्षणिक और शोध कार्यक्रमों की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर प्रोफेसर रिंतु बनर्जी ने बताया कि यह समझौता दोनों संस्थानों के बीच पारस्परिक रुचि के सभी क्षेत्रों में अकादमिक और शोध सहयोग को कवर करता है, जिसमें शिक्षकों और छात्रों के आदान-प्रदान तथा छात्र अध्ययन कार्यक्रम जैसी पहल शामिल हैं।
यह समझौता एक ऐसा ढांचा तैयार करता है जिसके तहत दोनों संस्थान संयुक्त शोध परियोजनाओं, छात्र एवं शिक्षक विनिमय योजनाओं और साझेदारी पर आधारित शैक्षणिक उपक्रमों को आगे बढ़ा सकेंगे। इस रणनीतिक साझेदारी से भविष्य में कई संयुक्त अकादमिक और अनुसंधान कार्यक्रमों के रास्ते खुलने की संभावना है।