-गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग के जगह-जगह उफान पर आए गदेरे-मलबा और बोल्डर हटाने में जुटे गुप्तकाशी लोनिवि के मजदूर

रुद्रप्रयाग, 16 जून। केदारघाटी में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर जगह-जगह गदेरे उफान पर आ गए हैं, जिस कारण तीर्थयात्रियों को भारी मुसीबतों से होकर यात्रा करनी पड़ रही है। बीते रविवार को जंगलचट्टी में भारी बारिश के कारण गदेरे में अचानक मलबा और पत्थरों के आने से मार्ग बाधित हो गया था, जिस कारण सोनप्रयाग में यात्रा को रोकना पड़ा। सोमवार को पैदल मार्ग से मलबा साफ करने के बाद यात्रा मार्ग को आवाजाही लायक सुचारू किया गया, जिसके बाद तीर्थयात्रियों ने राहत की सांस ली।

केदारघाटी में हर रोज दोपहर बाद मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश का असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा है। गौरीकुंड से केदारनाथ 19 किमी पैदल मार्ग के जंगलचट्टी से भीमबली के बीच तीन स्थानों पर गदेरे उफान पर आ गए हैं। यहां गदेरे का मलबा और बोल्डर पैदल मार्ग पर आ रहा है, जिस कारण तीर्थयात्रियों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। बीते रविवार को पैदल मार्ग के जंगलचट्टी में मलबा और बोल्डर की चपेट में आने से एक घोड़ा-खच्चर संचालक की मौत हो गई थी, जबकि तीन लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद पुलिस प्रशासन की ओर से सोनप्रयाग में यात्रियों को रोककर यात्रा को रोका गया।

सोमवार सुबह मौसम साफ होने और लोनिवि गुप्तकाशी के मजदूरों द्वारा जंगलचट्टी में मलबा और बोल्डर हटाने के बाद पैदल मार्ग को आवाजाही लायक बनाया गया, जिसके बाद तीर्थयात्रियों का आवागमन सुचारू हुआ। मानसून सीजन को लेकर हर स्तर से तैयारियां तेज हो गई हैं। खासकर केदारनाथ हाईवे के लैंड स्लाइड जोन के साथ पैदल मार्ग पर कड़ी नजर रखी जा रही है, जिससे केदारनाथ धाम आ रहे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने कहा कि मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है। अकस्मात होने वाली तेज बारिश के कारण पैदल मार्ग में भूस्खलन होने या ऊपर पहाड़ी से पत्थर या मलबा गिरने की संभावना बनी रहती है। जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ धाम यात्रा पर आ रहे सभी श्रद्धालु मौसम पूर्वानुमान के अनुसार ही अपनी यात्रा पर आएं और यात्रा के दौरान मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए यात्रा के लिए अद्यतन जानकारी प्राप्त करते रहें और सावधानीपूर्वक यात्रा करें।

पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने जानकारी देते हुए बताया कि मानूसन के दृष्टिगत पुलिस स्तर से तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। केदारनाथ यात्रा बहुत अच्छे ढंग से चल रही है। हर बार की तरह इस बार की यात्रा भी बढ़ी है। बारिश के चलते जगह-जगह पर लैंड स्लाइड जोन तैयार हो चुके हैं। हरेक लैंड स्लाइड जोन की पहचान कर राजमार्ग के दोनों ओर वन-वे ट्रैफिक चलाने के लिये ट्रैफिक ड्यूटियां लगाई गई हैं। मानसूनी सीजन में सबसे बड़ी चुनौती सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड और गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक का सम्पूर्ण पैदल मार्ग है। मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में यात्रा मार्ग के साथ हाईवे पर विशेष नजर रखी जा रही है।