अभाविप ने मनाया राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस

प्रयागराज, 09 जुलाई। आज अभाविप का 76वां स्थापना दिवस है और अभाविप की यह यात्रा भारत के विकास की यात्रा रही है। ‘ज्ञान, शील, एकता’ ध्येय वाक्य के साथ कार्य करने वाले अभाविप कार्यकर्ताओं ने सदैव ही राष्ट्र प्रथम भावना के साथ कार्य किया है। आज अभाविप की आवाज़, भारत के युवाओं की आवाज का प्रतिनिधित्व कर रही है और विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में कार्य कर रही है।

उक्त विचार बतौर मुख्य वक्ता एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने मंगलवार को अभाविप के 76वें स्थापना दिवस पर ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी में व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि अभाविप आज भारत के प्रत्येक परिसर में मौजूद है और व्यक्तित्व निर्माण से राष्ट्र पुनर्निर्माण के ध्येय को लेकर काम कर रही है। अभाविप ही एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है, जो किसी दल विशेष का छात्र संगठन नहीं है। अभाविप के प्रत्येक निर्णय अभाविप द्वारा स्वयं लिए जाते हैं। वहीं अन्य छात्र संगठन किसी दल विशेष के ध्येय को साधने में व्यस्त हैं।

श्री चौहान ने आगे कहा कि स्थापना काल से ही अभाविप विद्यार्थियों की समस्या के लिए कार्यरत है और यह यात्रा अविरल चलती रहेगी। अभाविप आज शैक्षिक परिसरों के साथ ही समाज के विभिन्न घटकों के लिए भी कार्य कर रही है। अभाविप सत्ता परिवर्तन नहीं अपितु समाज परिवर्तन हेतु कार्य करती है। शैक्षिक परिवेश को बेहतर बनाने तथा सामाज को एक सूत्र में पिरोने हेतु अभाविप के कार्यकर्ता प्रतिबद्ध हैं और निरंतर कार्य करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद ने खुद को कभी दलगत राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया, आज भी छात्र हितों की बात जहां आती है अभाविप प्रखरता से उसके समाधान हेतु कार्य करती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आनंद शंकर सिंह ने कहा कि अभाविप की कार्यशैली भारतीय समाज की कार्यशैली है और अभाविप के कार्यकर्ता राष्ट्र पुनर्निर्माण हेतु कार्यरत हैं। मैंने शुरुआती दिनों में कार्यकर्ता भाव विद्यार्थी परिषद के माध्यम से ही सीखा और जो सीखा वह आज भी स्मृति पटल पर बना हुआ है। छात्र शक्ति ही राष्ट्र शक्ति है, यह अभाविप कार्यकर्ताओं द्वारा कहा जाता था और आज हम इसे चरितार्थ होते देख रहे हैं।

अभाविप के केंद्रीय मीडिया टोली एवं प्रदेश मीडिया संयोजक अभिनव मिश्र ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने 75 वर्षों की ध्येय यात्रा को पूर्ण कर 76वें वर्ष में प्रवेश किया है और आज विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में बनकर उभरी है। आज अभाविप शिक्षा के साथ समाज, पर्यावरण, सेवा, खेल, तकनीकी, आदि क्षेत्रों में भी प्रमुखता से कार्य कर रही है। आज देश भर में अभाविप के स्थापना दिवस को राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस अवसर पर अभाविप ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज इकाई उपाध्यक्ष स्वाति पलक और इकाई मंत्री दिव्यांश उपाध्याय भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।