कोलकाता, 06 मई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने देशभर के छात्र-छात्राओं से केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा सात मई को आयोजित ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया है। संगठन ने विशेष रूप से पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में हाल में हुई संदिग्ध सामूहिक आतंकी हमलों की घटनाओं और देश में संभावित आतंकी गतिविधियों की पृष्ठभूमि में इस अभ्यास को बेहद जरूरी बताया है।

एक प्रेस विज्ञप्ति में एबीवीपी दक्षिणबंग कार्यालय के प्रदेश महामंत्री संदीप साहा ने कहा कि मॉक ड्रिल के माध्यम से स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों सहित सभी शिक्षा संस्थानों को आपातकालीन स्थितियों के प्रति जागरूक और तैयार किया जाएगा। ड्रिल के दौरान हवाई हमलों, साइबर हमलों, गैस लीक, विद्युत संकट जैसी परिस्थितियों से निपटने की व्यावहारिक जानकारी दी जाएगी। साथ ही नागरिकों की सुरक्षा से जुड़ी संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा।

एबीवीपी के राज्य संगठन मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ में एबीवीपी स्वाभाविक भागीदार है। हम राज्य के सभी छात्र, शिक्षक, प्रशासकीय अधिकारी और आम नागरिकों से इसमें सतर्कता से भाग लेने की अपील करते हैं ताकि ‘सशक्त, सुरक्षित और सक्षम भारत’ का निर्माण संभव हो सके।

एबीवीपी का मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा केवल सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक का दायित्व है। देश की युवा शक्ति को सजग, सतर्क और प्रशिक्षित बनाकर ही किसी भी आपात परिस्थिति से निपटा जा सकता है। इस दृष्टिकोण से मॉक ड्रिल जैसी पहल को जन-आंदोलन का स्वरूप देना आवश्यक है।

प्रेस विज्ञप्ति में एबीवीपी के प्रदेश संगठन मंत्री ने कहा कि इस राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में छात्र-शिक्षक समुदाय की भागीदारी ‘सशक्त भारत’ की ओर एक सशक्त कदम होगा।