कोलकाता, 04 जून । पाकिस्तान के खिलाफ विदेश दौरोंं की शृंखला पूरी कर तृणमूल कांग्रेस के नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी रात को स्वदेश लौट आए। भारत ने सात प्रतिनिधिमंडल भेजे थे। इसका मकसद पाकिस्तान के खिलाफ भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूती से रखना था। अभिषेक बनर्जी भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया की यात्रा की।

अभिषेक मंगलवार रात लगभग 12:15 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने मीडिया से कहा कि पिछले लगभग 15 दिनों में भारत का संदेश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के उद्देश्य से उन्होंने पांच देशों का दौरा किया। इन दौरान आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।

इस प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों के साथ विदेशमंत्री एस. जयशंकर की बुधवार को बैठक होनी है। अभिषेक ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए इस बैठक में शामिल न होने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस बारे में विदेश मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है। वे अपनी राय सरकार को लिखित भेजेंगे।

उल्लेखनीय है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद केंद्र ने विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति स्पष्ट करने के लिए भेजा था। शुरुआत में केंद्र सरकार ने कांग्रेस सांसद यूसुफ पठान का नाम भेजा था, लेकिन तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि कौन जाएगा, इसका फैसला पार्टी खुद करेगी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ममता बनर्जी से संपर्क कर उनके द्वारा प्रस्तावित नाम को भेजने का आग्रह किया। तृणमूल कांग्रेस ने यूसुफ पठान की जगह अभिषेक बनर्जी का नाम भेजा।