
गांधीनगर, 26 जून । आम आदमी पार्टी (आआपा) के बोटाद से विधायक उमेश मकवाना को पार्टी ने गुरुवार को पांच साल के लिए निलंबित कर दिया गया। पार्टी नेतृत्व की तरफ से यह कदम तब उठाया गया है, जब उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहने की बात कही थी। उन्होंने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पार्टी के पद से इस्तीफा सौंपा।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कार्रवाई
गुजरात में आआपा प्रदेश अध्यक्ष ईसुदान गढ़वी ने एक्स पोस्ट में बताया कि उमेश मकवाना को पार्टी और गुजरात विरोधी गतिविधियों के चलते पांच वर्षों के लिए निलंबित किया गया है।
अपने इस्तीफे में उमेश मकवाना ने लिखा कि वे ढाई वर्षों से आआपा का राष्ट्रीय संयुक्त सचिव पद संभाल रहे थे। साथ ही गुजरात विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक भी रहे। वर्तमान में सामाजिक सेवा करने की क्षमता में कमी आई है इसलिए वे पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं और वे पार्टी का सामान्य कार्यकर्ता बनकर सेवा करते रहेंगे।
उपचुनाव की जीत के बाद पार्टी को झटका
हाल ही में हुए गुजरात उपचुनाव में आआपा को विसावदर सीट पर जीत मिली, जहां से पार्टी उम्मीदवार गोपाल इटालिया विजयी रहे। लेकिन इस जीत की खुशी के बीच मकवाना का जाना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
विस चुनाव में बोटाद से जीते थे मकवाना
उमेश मकवाना ने साल 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा के घनश्याम विरानी को 2,779 वोटों से हराकर बोटाद सीट जीती थी। मकवाना को कुल 80,581 वोट मिले थे, जबकि विरानी को 77,802 वोट प्राप्त हुए थे। आआपा ने गुजरात में कुल 5 सीटें जीती थीं और लगभग 13 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था।