
गढ़वा, 30 जुलाई । गढ़वा के कांडी थाना क्षेत्र के मंडरा गांव में बुधवार सुबह एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। तीन चार की संख्या में आये हमलावरों ने युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। युवक की पहचान दिवंगत रामविलास पासवान के 35 वर्षीय पुत्र सुनील पासवान के रूप में हुई है। हत्या का कारण भूमि विवाद बताया जा रहा है।
कांडी पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेना चाहा , लेकिन परिजनों ने घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक को बुलाने एवं आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग करते हुए शव को उठाने से रोक दिया।
मौके पर बिश्रामपुर के विधायक नरेश सिंह, गढ़वा डीएसपी नीरज कुमार, नगर डीएसपी सतेंद्र सिंह, मझिआंव इंस्पेक्टर, भवनाथपुर इंस्पेक्टर सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी सहित सैकड़ो पुलिस बल मौजूद हैं।
थाने में धमकी देकर मार दी गोली
प्रभावित परिवार और स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर सुनील पासवान को पहले थाने में ही धमकी दी गई थी। खुलेआम चैलेंज करते हुए आरोपित ने कहा कि थोड़ा इंतजार करो, गोली मारकर हत्या कर देंगे। धमकी देने के कुछ ही घंटे बाद शूटर गांव में पहुंचे और सुनील पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी। परिजनों का कहना है कि जब थाने में खुलेआम जान से मारने की धमकी दी गई थी और इस संबंध में जानकारी भी दी गई तो पुलिस ने तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं की? अगर समय पर कार्रवाई हुई रहती तो आज सुनील की जान नहीं जाती। पुलिस की सुस्ती से घटना हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुनील अपने भाई के साथ गांव के पूरब दिशा में स्थित “बघौंत बाबा देव स्थल” के समीप मवेशी चरा रहा था, तभी तीन-चार युवक वहां पहुंचे और पहले उसे डंडों से पीटा। इसके बाद ताबड़तोड़ तीन-चार गोली चलाई गई, जिनमें दो गोली सुनील के सिर में तथा एक गोली शरीर के अन्य हिस्से में लगी। हमले के तुरंत बाद ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हमलावर गोलीबारी करने के बाद घटनास्थल से फरार हो गए।
मृतक के बड़े भाई भोला पासवान ने पुलिस को बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति से जमीन को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। यह मामला मंगलवार को थाना पहुंचा था, और विरोधी पक्ष की ओर से उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। परिजनों का आरोप है कि उसी रंजिश में सुनियोजित तरीके से हत्या की गई।सुनील पासवान अत्यंत गरीब परिवार से था। उसके दो बेटे, चार बेटियां, पत्नी और वृद्ध मां हैं। वह मजदूरी कर किसी तरह परिवार का पेट पाल रहा था। अचानक हुई इस हत्या से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।समाचार लिखे जाने तक पुलिस घटनास्थल पर ही मौजूद थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया परिजनों के विरोध के चलते रुकी हुई है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।