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पश्चिम मेदिनीपुर, 03 दिसम्बर । बिना किसी गुरु के स्केटिंग सीखी। साधारण मध्यमवर्गीय परिवार का 28 वर्षीय युवक, पर मन में असाधारण सपना – स्केटिंग करते-करते पूरे भारत की यात्रा। देश के प्रमुख तीर्थस्थलों, 12 ज्योतिर्लिंग और चारधाम के दर्शन का संकल्प लेकर बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले के सौराहा निवासी इन्द्रजीत साहनी घर से निकले और 16 दिन की कठिन यात्रा पार कर पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दांतन पहुंच गये। अब उनका अगला पडाव ओड़िशा है।

छरहरी काया, मामूली कपड़ों में गेरुआ और राष्ट्रीय ध्वज के साथ इन्द्रजीत अपनी यात्रा पर आगे बढ़ रहे हैं। कभी यूट्यूब देखकर, कभी स्वयं अभ्यास कर उन्होंने स्केटिंग सीखी और गांव की पगडंडियों से ही अभ्यास कर आत्मविश्वास जुटाया। इसके बाद स्केटिंग जूते खरीदकर वह सफर पर निकल पड़े।

रास्ते की चुनौतियों से बेपरवाह इन्द्रजीत कभी मंदिरों में, तो कभी पेट्रोल पंप पर रात बिताकर आगे बढ़ते जा रहे हैं। उनके पास सामान के नाम पर कुछ कपड़े और थोड़ा-बहुत भोजन ही है। फिर भी उनका हौसला अडिग है। इतनी कम उम्र और इतना बड़ा लक्ष्य – जब अधिकांश लोग ट्रेन, बस या निजी वाहन से तीर्थयात्रा की योजना बनाते हैं, तब स्केटिंग से एक वर्ष की अखिल भारतीय यात्रा का उनका संकल्प लोगों को आश्चर्यचकित कर रहा है।

रास्ते भर आम लोग उनका हौसला बढ़ाते रहे हैं। 12 ज्योतिर्लिंग और चारधाम यात्रा के उनके संकल्प को स्थानीय लोगों ने सराहा है। दांतन पहुंचने पर लोगों ने उसके साहस और जज्बे की प्रशंसा की।