
पूर्वी सिंह भूम , 3 सितंबर। पोटका थाना क्षेत्र के मार्चगोड़ा के पास मंगलवार को बड़ा हादसा टल गया। ओवरटेक की होड़ में दो बसें आपस में टकरा गईं। इन बसों में करीब 200 मजदूर सवार थे। घटना इतनी भयावह थी कि कुछ सेकंड के लिए यात्रियों की सांसें थम गईं, लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ ने दर्जनों जानें बचा लीं।
जानकारी के मुताबिक, नैन मणि नामक बस ने कालिकापुर से जमशेदपुर जा रही मजदूरों से भरी दूसरी बस को ओवरटेक करने की कोशिश की। इसी दौरान दोनों बसें आपस में रगड़ खा गईं और कालिकापुर की बस असंतुलित हो गई। गनीमत रही कि ड्राइवर ने समय रहते ब्रेक लगाकर बस को पलटने से बचा लिया।
हादसे के बाद नैन मणि बस का ड्राइवर खुद ही सुंदरनगर थाना गेट के पास पहुंचा और सड़क जाम कर कार्रवाई की मांग करने लगा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और समझा-बुझाकर जाम हटवाया। इस दौरान दोनों बस चालकों को हिरासत में ले लिया गया।
करीब 200 मजदूर रोजाना जमशेदपुर काम करने आते हैं। हादसे के बाद सभी मजदूर डरे और सहमे हुए नजर आए। उनका कहना था कि अगर ड्राइवर ने समझदारी नहीं दिखाई होती तो आज कई मजदूरों की लाशें सड़क पर बिखरी होतीं। फिलहाल पुलिस ने दोनों बसों को जब्त कर लिया है और ड्राइवरों से पूछताछ कर रही है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।