पश्चिम सिंहभूम, 16 मई । पश्चिम सिंहभूम (चाईबासा)जिला स्थित चाईबासा में ऑपरेशन सिंदूर की वीरगाथा को समर्पित तिरंगा यात्रा ने पूरे शहर को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। सुपलसाईं चौक से पोस्ट ऑफिस चौक तक निकली इस भव्य यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया, जिसमें राजनीतिक, सामाजिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी रही। शहीद राम भगवान केरकेट्टा को श्रद्धांजलि दी गई और वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए संघर्ष अभी जारी है।

शुक्रवार को ऑपरेशन सिंदूर की वीरगाथा और राष्ट्रभक्ति की भावना से गूंज उठी। सुपलसाईं चौक से शुरू होकर पोस्ट ऑफिस चौक तक तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें हर वर्ग—बुजुर्ग, युवा, महिलाएं और बच्चे—ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा का शुभारंभ हुआ। रास्ते भर भारत माता की जय, वंदे मातरम्, और वीरों को नमन के नारों ने माहौल को देशभक्ति से सराबोर कर दिया।

कार्यक्रम के दौरान शहीद राम भगवान केरकेट्टा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए और कई वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर स्थगित हो सकता है, पर समाप्त नहीं। यह भारत की सुरक्षा और आत्मसम्मान की निरंतर लड़ाई का प्रतीक है।

वक्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की बात कही और कहा कि हमारी सेना सिर्फ सीमाओं की रक्षा नहीं करती, बल्कि राष्ट्र की अस्मिता की भी रक्षा करती है।

राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, प्रदेश प्रवक्ता जे.बी. तुबिद, देवी शंकर दत्ता (काबू दत्ता), सचिव नीरज संदवार, राजकुमार ओझा (चैंबर ऑफ कॉमर्स), जिला अध्यक्ष संजय पांडे, गीता बलमुचू, सतीश पुरी, चंद्रमोहन तिउ प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

संगठनों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सृष्टि चाईबासा, हिंदू जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, मारवाड़ी सभा, जायंट्स ग्रुप, लायंस क्लब, विश्वकर्मा समाज, उरांव समाज, बंगाली सेवा समिति, और विरांगना वाहिनी की सक्रिय भागीदारी रही।