रक्षा मंत्री, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख शिविर का दौरा करेंगे

एक महीने तक चलने वाले एनसीसी कैम्प में 2,274 कैडेट शामिल हुए

नई दिल्ली, 03 जनवरी। इस साल के एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर में भाग लेने के लिए पहली बार 45 लड़कियों का एक बैंड शामिल हुआ है। इस बैंड में शामिल लड़कियां 13-15 आयु वर्ग की हैं, जो उत्तर पूर्व की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करती हैं। शिविर में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के 122 और उत्तर पूर्व के 177 कैडेट्स भी शामिल हुए हैं। आने वाले दिनों में उपराष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, रक्षा राज्यमंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित कई गणमान्य व्यक्ति शिविर का दौरा करेंगे।

दिल्ली कैंट में मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने बताया कि एक महीने तक चलने वाले शिविर में कुल 2,274 कैडेट भाग ले रहे हैं, जिसमें देशभर से 907 लड़कियां शामिल हुईं हैं। शिविर में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के 122 और उत्तर पूर्व के 177 कैडेट्स भी शामिल हुए हैं। इसके अलावा यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 25 मित्र देशों के कैडेट और अधिकारी भाग ले रहे हैं। डीजी ने कहा कि गणतंत्र दिवस शिविर का उद्देश्य राष्ट्र की समृद्ध परंपराओं से परिचित कराना और कैडेटों की मूल्य प्रणाली को मजबूत करना है। यह शिविर राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देगा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के माध्यम से विविधता में एकता को मजबूत करेगा।

लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने 2023 में हुईं एनसीसी की प्रमुख गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पिछले साल 39 एक भारत श्रेष्ठ भारत शिविर आयोजित किए गए, जिनमें दो वाइब्रेंट विलेज एरिया कैंप, तीन डीआरडीओ कैंप और एक एयरोस्पेस कैंप शामिल हैं। इसके अलावा मेगासाइक्लोथॉन, नारी बंधन दौड़, पर्वतारोहण अभियान और जी20 आयोजनों में एनसीसी की उपस्थिति रही। उन्होंने कहा कि युवाओं की बदलती आकांक्षाओं को देखते हुए कैडेटों के प्रशिक्षण को परिष्कृत किया गया है। इसमें कैडेटों के कौशल में सुधार करके उन्हें उनकी भविष्य की आवश्यकताओं के लिए तैयार करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।