यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसा

मथुरा/नई दिल्ली, 16 दिसंबर । दिल्ली–आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा जिले में मंगलवार तड़के घने कोहरे के बीच हुए भीषण सड़क हादसे में सात बसों और तीन कारों में आग लग गई, जिससे छह यात्रियों की मौत हो गई और 25 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के बाद एक्सप्रेस-वे पर अफरा-तफरी मच गई। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, तड़के अत्यधिक कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम थी। इसी दौरान यमुना एक्सप्रेस-वे पर सात बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं। टक्कर के बाद वाहनों में आग लग गई, जिसने कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया। आग की लपटों में कई यात्री झुलस गए। हादसे के कारण एक्सप्रेस-वे के प्रभावित हिस्से में यातायात को अस्थायी रूप से रोक दिया गया।

राहत एवं बचाव कार्य लगभग पूरा

मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं। राहत एवं बचाव कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। अब तक छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 25 से अधिक झुलसे घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि सभी घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन द्वारा यातायात को सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रधानमंत्री ने जताया शोक, पीएमएनआरएफ से सहायता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए इस भीषण हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि इस दुर्घटना में लोगों की जान जाना बेहद दुखद है और उनकी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रधानमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक मृतक के परिजन को दो लाख रुपये, जबकि प्रत्येक घायल को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

जांच के आदेश

प्रशासन ने हादसे के कारणों की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। प्रारंभिक तौर पर घना कोहरा और कम दृश्यता को दुर्घटना की मुख्य वजह माना जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, जांच के बाद आवश्यक सुरक्षा उपायों को और सख्त किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।