
गिरिडीह, 14 दिसंबर। ऑल इंडिया चंद्रवंशी युवा एसोसिएशन के तत्वावधान में रविवार को गिरिडीह में वीर योद्धा महाराज जरासंध की जयंती पूरे हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर गिरिडीह हाई स्कूल मैदान से महाराज जरासंध वार्षिक महोत्सव को लेकर एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष, युवक-युवतियां और बच्चियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
शोभायात्रा में शामिल होने के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों के अलावा बाहर से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। शोभायात्रा हाई स्कूल मैदान से प्रारंभ होकर झंडा मैदान होते हुए जरासंध चौक पहुंची। यहां समाज के लोगों ने महाराज जरासंध की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर माल्यार्पण किया और उनके शौर्य, पराक्रम तथा समाज के लिए किए गए योगदान को स्मरण किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने महाराज जरासंध के आदर्शों पर चलने का संकल्प भी लिया।
माल्यार्पण के पश्चात शोभायात्रा टावर चौक, कालीबाड़ी, मकतपुर, बजरंग चौक होते हुए बारमसिया स्थित सवेरा चित्र मंदिर परिसर पहुंची। पूरे मार्ग में ढोल-नगाड़ों की गूंज, जयघोष और पारंपरिक गीत-संगीत ने वातावरण को पूरी तरह उत्सवमय बना दिया। शोभायात्रा में महिलाएं पारंपरिक परिधानों में नजर आईं, वहीं बच्चे समाज की संस्कृति और विरासत से जुड़े प्रतीकों के साथ चलते दिखे।
सवेरा चित्र मंदिर परिसर में आयोजित चंद्रवंशी मिलन समारोह में सबसे पहले अतिथियों का बुके और शॉल देकर सम्मान किया गया। इसके बाद दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें गीत, नृत्य और अन्य प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। साथ ही समाज की एकता, शिक्षा, संगठनात्मक मजबूती और सामाजिक उत्थान जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
इस अवसर पर संगठन के वरीय नेताओं ने देवघर जिले में घटित एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि युवा नेता राहुल कुमार चंद्रवंशी को गलत तरीके से फंसाया गया है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और निर्दोष राहुल कुमार चंद्रवंशी को अविलंब रिहा किया जाए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रदेश संयोजक अजीत कुमार पप्पू, प्रदेश अध्यक्ष भीम रवानी, राष्ट्रीय सचिव संजू देवी, नगर अध्यक्ष रूपेश चंद्रवंशी, जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र राम, प्रदोष कुमार, अनिल राम, अशोक राम, चंद्रशेखर, गुड़िया देवी सहित सैकड़ों की संख्या में चंद्रवंशी समाज के सदस्य उपस्थित रहे।





