इंदौर, 24 अक्टूबर । मध्य प्रदेश के इंदौर शहर स्थित देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई है। एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वे की तीसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर एयरपोर्ट देश में एक पायदान नीचे खिसककर चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
पिछली तिमाही में यह तीसरे स्थान पर था जबकि पहली तिमाही में भी चौथे स्थान पर रहा था। इंदौर एयरपोर्ट को अपनी एशिया पैसेफिक की रैंकिंग में भी पांच स्थान का नुकसान हुआ है। इस सूची में एशिया पेसेफिक के 98 एयरपोर्ट में इंदौर 58वें स्थान से फिसलकर 63वें स्थान पर आ गया है।
दरअसल, एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा गुरुवार की रात को एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वे की रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें इंदौर एयरपोर्ट को चौथी रैंकिंग मिली है। उसे कुल पांच में से 4.93 अंक मिले हैं। जबकि पुणे को 4.96 अंक मिले हैं। देश में अभी पुणे पहले, जबकि गोवा और वाराणसी के एयरपोर्ट क्रमश दूसरे, तीसरे नंबर पर हैं। अच्छी बात यह है कि गोवा और वाराणसी से इंदौर एयरपोर्ट के अंकों में महज 0.1 का अंतर है। गोवा और वाराणसी को 4.94 अंक मिले हैं। इंदौर को दूसरी तिमाही में भी इतने ही अंक मिले थे।
गौरतलब है कि एयरपोर्ट पर सालाना यात्रियों की संख्या 18 लाख से अधिक होने पर एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) द्वारा एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वे किया जाता है। इसे इंटरनेशनल रैंकिंग सर्वे भी कहा जाता है। एशिया पैसेफिक के 18 देशों के कुल 98 एयरपोर्ट पर यह सर्वे होता है। इसके अंतर्गत भारत में प्रमुख 16 एयरपोर्ट आते हैं। इसमें टीम के सदस्य आकर एयरपोर्ट पर यात्रियों से फीडबैक ले लेते हैं। भारत के शेष घरेलू एयरपोर्ट्स पर कस्टमर सैटिस्फेक्शन सर्वे होता है। कुछ साल पहले इंदौर घरेलू एयरपोर्ट की लिस्ट में टॉप 10 में रहा था।
इस सर्वे में 31 बिंदुओं पर यात्रियों से फीडबैक लिया जाता है, लेकिन इस बार 24 बिंदुओं पर पिछली तिमाही की तुलना में अंक कम मिले हैं। जिसमें सबसे अधिक शॉपिंग और वेल्यू फॉर मनी शापिंग में सबसे कम नंबर मिले हैं। वहीं जिस वॉशरूम और टॉयलेट की उपलब्धता और साफ-सफाई को लेकर लोग ट्विट पर लगातार सवाल उठाते हैं। उसमें बीते तिमाही की तुलना में अधिक अंक मिले हैं। यानी एयरपोर्ट पर इसमें सुधार हुआ है। प्रबंधन का कहना है कि हम सुधार करेंगे और फिर से शीर्ष रैंकिंग प्राप्त करेंगे।
चूहे के काटने की घटना का असर-
दरअसल, सितंबर 2025 में एयरपोर्ट पर एक यात्री को चूहे के काटने की घटना ने भी इंदौर एयरपोर्ट की छवि को नुकसान पहुंचाया है। घटना के बाद प्रबंधन ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को हटाया और सफाई व पेस्ट कंट्रोल कंपनियों पर जुर्माना लगाया था। यात्री ने आरोप लगाया कि उसे एयरपोर्ट के मेडिकल रूम में तुरंत रैबीज का इंजेक्शन नहीं मिला और बेंगलुरु पहुंचने के बाद उसे इलाज कराना पड़ा।
देश के टाप 10 एयरपोर्ट- पुणे, गोवा, वाराणसी, इंदौर, चेन्नई, देहरादून, कोलकाता, रायपुर, भुवनेश्वर और पटना।
इंदौर एयरपोर्ट वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में यात्री सुविधाओं में मामूली सुधार कर देश के शीर्ष तीन एयरपोर्ट में तो समाविष्ट हो गया, लेकिन शीर्ष स्थान हासिल नहीं कर पाया था। अब तीसरी तिमाही की रिपोर्ट में इंदौर एयरपोर्ट को चौथी रैंकिंग मिली है।
इंदौर एयरपोर्ट पर एक दिन पहले ही नए एयरपोर्ट डायरेक्टर के रूप में सुनील मग्गीरवार ने पद संभाला है, जिसके बाद ये रैंकिंग आई है। एयरपोर्ट अधिकारी का कहना है कि आने वाले समय में और निवेश और सुधार करके इंदौर एयरपोर्ट को फिर से देश के शीर्ष तीन एयरपोर्ट में लाने का प्रयास किया जायेगा। उनका कहना है कि यात्रियों की सुविधा और अनुभव ही एयरपोर्ट की रैंकिंग में सबसे बड़ा कंट्रीब्यूशन होता है। इंदौर एयरपोर्ट प्रशासन ने भविष्य में यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इनमें नए लाउंज, पार्किंग व्यवस्था सुधार, बेहतर शॉपिंग जोन और तकनीकी उन्नयन शामिल हैं। इन सुधारों के बाद उम्मीद है कि अगले सर्वे में इंदौर एयरपोर्ट फिर से देश के शीर्ष तीन एयरपोर्ट में शामिल होगा।
इन 31 बिंदुओं पर होता है सर्वे-
– हवाई अड्डे पर पहुंचने में आसानी।- टर्मिनल पर पहुंचने के लिए साइन बोर्ड।- हवाई अड्डे पर पहुंचने के लिए परिवहन साधन का मूल्य।- अपने चेक इन क्षेत्र को तलाशने में आसानी।- चेक इन पर प्रतीक्षा समय, सामान ड्रॉप करना सहित चेक इन स्टाफ की शिष्टता और मदद करने का रवैया।- सुरक्षा स्क्रीनिंग में प्रतीक्षा समय।- सुरक्षा जांच स्टाफ की शिष्टता और मदद करने का रवैया।- कस्टम और पासपोर्ट काउंटर पर प्रतीक्षा।- कस्टम और पासपोर्ट काउंटर स्टाफ की शिष्टता और मदद करने का रवैया।- रेस्तरां, बार, कैफे का मूल्य के अनूकूल होना।- शॉपिंग और डाइनिंग स्टाफ की शिष्टता और मदद करने का रवैया।- गेट क्षेत्रों में प्रतीक्षा की सुविधा।- गेट क्षेत्रों में सीटों की उपलब्धता।- अपना रास्ता तलाशने में आसानी।- उड़ान की जानकारी की उपलब्धता।- टर्मिनल में चलने की दूरी अन्य उड़ानों से कनेक्शन करने में आसानी।- वाई-फाई सेवा की गुणवत्ता।- चार्जिंग स्टेशनों की उपलब्धता।- मनोरंजन और विश्राम के विकल्प।- टॉयलेट की उपलब्धता और स्वच्छता।- स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा स्वच्छता।- माहौल और वातावरण।- हवाई अड्डे के स्टाफ की शिष्टता और मदद करने का रवैया।
