
कोलकाता, 30 सितंबर । पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान एक नए विवाद ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। भाजपा नेता और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार पर “तुष्टिकरण की राजनीति” का आरोप लगाते हुए मंगलवार को एक्स पर एक तीखा पोस्ट किया।
शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का स्थित महेशपुर पंचायत के पूर्व शिवतला दुर्गा पूजा पंडाल में अजान का समय-सारणी लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इलाके में पहले से ही हिंदू अल्पसंख्यक हैं और अब उन्हें दबाव में इस तरह समझौता करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
अपने पोस्ट में अधिकारी ने लिखा कि यह स्थिति “मुहम्मद यूनुस मॉडल” जैसी है, जिसे बांग्लादेश में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यह दृश्य तो ब्रिटिश शासन के दौरान भी अकल्पनीय था, लेकिन ममता बनर्जी के शासन में हिंदुओं को अपने ही प्रदेश में अपमान झेलना पड़ रहा है।
अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति से कट्टरपंथी ताकतें इतनी हावी हो चुकी हैं कि अब हिंदू त्योहारों पर तरह-तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं। उनके अनुसार, कई बार पूजा पंडालों पर हमले और मूर्ति तोड़फोड़ जैसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सरकार ऐसे मामलों में आरोपितों को संरक्षण देती रही है।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की एकमात्र प्राथमिकता अपनी वोट बैंक की राजनीति है, भले ही इसके लिए हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचानी पड़े। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दे पीछे छूट गए हैं, जबकि सरकार केवल सनातनियों को दबाकर सत्ता बनाए रखना चाहती है।
शुभेंदु अधिकारी ने चेतावनी दी कि अगर 2026 में इस “विरोधी-हिंदू सरकार” को सत्ता से नहीं हटाया गया, तो आज जो दृश्य फरक्का में दिख रहा है, वह पूरे बंगाल में फैल जाएगा। उन्होंने यहां तक कहा कि भविष्य में मूर्ति पूजा पर भी सवाल उठाए जा सकते हैं। अधिकारी ने इसे इतिहास की जजिया कर व्यवस्था से जोड़ते हुए कहा कि इतिहास खुद को दोहराए, ऐसा नहीं होने दिया जा सकता।








