पानी के लिए प्रदर्शन

सरायकेला, 12 सितंबर। सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड के बाना पंचायत के कोलाबाड़िया ऊपर टोला में जल जीवन मिशन पूरी तरह फेल साबित हो रहा है। गांव में पेयजल संकट इतना गहरा गया है कि महिलाएं हाथों में बाल्टी लेकर गुरुवार को पीएचईडी विभाग के खिलाफ सड़क पर उतर आईं और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

ग्रामीणों का कहना है कि योजना के नाम पर केवल पानी की टंकी खड़ी कर दी गई, लेकिन आज तक किसी भी घर में पाइपलाइन से जलापूर्ति शुरू नहीं हुई। गांव के सभी नलकूप बंद पड़े हैं और सोलर मिनार सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं। मजबूरी में लोग नदी का पानी पीने को विवश हैं।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदारों ने घटिया काम करके भुगतान तो ले लिया, लेकिन यह सुनिश्चित नहीं किया कि पानी गांव तक पहुंचे। उनका कहना है कि प्रखंड के कई गांवों में गायत्री कंस्ट्रक्शन के जरिए काम हुआ, लेकिन ज्यादातर जगह पाइप फट चुके हैं, टंकी में पानी उठता ही नहीं और सोलर पैनल खराब पड़े हैं। ग्रामीणों ने ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों पर मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए हैं।

जांच और कार्रवाई की मांग

ग्रामीणों ने राज्य सरकार से मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, ताकि ठेकेदार और विभाग में हुए कथित घोटाले का पर्दाफाश हो सके। लोगों का कहना है कि योजनाओं की असली जिम्मेदारी प्रशासन की होती है, लेकिन लापरवाही और संवेदकों पर आंख मूंदकर भरोसा करने का नतीजा यह है कि जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है।

यह मामला झारखंड में सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है। गांववालों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।