
– ग्रीन लॉजिस्टिक्स की दिशा में बड़ा कदम, रेलवे का ऑटो यातायात हिस्सेदारी 17.1 प्रतिशत से बढ़कर 27.6 प्रतिशत
नई दिल्ली, 23 अगस्त। भारतीय रेल के दिल्ली मंडल ने हरियाणा स्थित मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड(एमएसआईएल) के मानेसर परिसर से 100वीं रेक रवाना कर ग्रीन लॉजिस्टिक्स की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की है।
देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल इन-प्लांट रेलवे गति शक्ति टर्मिनल (जीसीटी) का उद्घाटन गत 17 जुलाई को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया था। 46 एकड़ में फैले इस परिसर में 8.2 किलोमीटर लंबे विद्युतीकृत कॉरिडोर पर 4 फुल-लेंथ रेक हैंडलिंग लाइनें और एक इंजन एस्केप लाइन की सुविधा विकसित की गई है।
जीसीटी से पहली रेक 17 जुलाई को नागपुर के लिए रवाना की गई थी। इसके बाद लगातार प्रगति करते हुए 22 अगस्त को यहां से 100वीं रेक भी भेजी गई। अधिकारियों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में ऑटोमोबाइल यातायात के लिए रेलवे का उपयोग उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है। इस दौरान रेलवे का कोएफ़िशिएंट 17.1 प्रतिशत से बढ़कर 27.6 प्रतिशत तक पहुंचा है।
रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि यह उपलब्धि न केवल परिचालन दक्षता को दर्शाती है, बल्कि क्षेत्रीय ऑटोमोबाइल आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करने में भी अहम भूमिका निभा रही है। इससे सड़कों पर दबाव कम होगा और कार्बन उत्सर्जन में भी भारी कमी आएगी। यह भारत की सतत और पर्यावरण अनुकूल परिवहन व्यवस्था की परिकल्पना के अनुरूप है।