कटिहार, 23 अगस्त । वोटर अधिकार यात्रा के तहत शनिवार को कोसी सीमांचल का प्रवेश द्वार माने जाने वाले कटिहार के कुर्सेला में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और सीपीआई (एमएल) नेता दीपांकर भट्टाचार्य का काफिला पहुंचा, लेकिन नेताओं का काफिला बिना रुके आगे निकल गया।

कहने को यह यात्रा सीमांचल की शुरुआत कुर्सेला से होनी थी, लेकिन नेताओं का काफिला बिना रुके आगे निकल गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले से कार्यक्रम था कि कुर्सेला शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर यात्रा का आगाज़ होगा। इसी को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी और कार्यकर्ताओं ने भी पूरे चौक और स्मारक को सजाया था।

बीती रात से ही पोस्टर-बैनर लगाने का काम चल रहा था। सुबह से हजारों की संख्या में स्थानीय लोग और कार्यकर्ता हाथों में झंडे लिए अपने नेताओं के स्वागत को बेताब थे। लेकिन उम्मीदें उस समय टूट गईं, जब राहुल गांधी अपनी गाड़ी की सीट से बाहर भी नहीं निकले और काफिला सीधे आगे बढ़ गया।

तेजस्वी यादव व अन्य नेता भी मंच या जनता से रूबरू नहीं हुए। हालांकि तेजस्वी यादव, मुकेश साहनी व दीपांकर भट्टाचार्य अंत में कुछ समय के लिए वैन पर खरे होकर हाथ हिलाते दिखें।

वहीं सड़क किनारे घंटों से इंतजार कर रहे कई लोगों को तो यह तक पता नहीं चला कि राहुल गांधी आए भी थे और निकल भी गए। कांग्रेस कार्यकर्ता विवेक ठाकुर व स्थानीय युवा सुभाष कुमार, बबलू कुमार, अभिषेक कुमार ने कहा, “हम लोग बहुत आशा लेकर राहुल गांधी को देखने आए थे। बुजुर्ग बताते हैं कि कभी इंदिरा गांधी भी कुर्सेला आई थीं। लेकिन आज घंटों इंतजार के बाद भी नेता जी का दीदार नहीं हो पाया।” कुर्सेला में जिस जोश और उम्मीद के साथ कार्यकर्ता जुटे थे, नेताओं के न रुकने से उनके चेहरे पर साफ मायूसी झलक रही थी।

राहुल गांधी का काफिला कुर्सेला से गेड़ाबारी होते हुए दोपहर सिमरिया पहुंचा। यहां भोजन व विश्राम करने के बाद शाम चार बजे कटिहार शहरी क्षेत्र के अंबेदकर चौक, सिरसा होते हुए समाचार लिखे जाने तक दंडखोरा राहुल गांधी का काफिला पंहुचा है। इसके बाद यहां से कदवा के लिए उनका काफिला प्रस्थान करेगा और यहां राहुल गांधी अमलोगों को देर शाम सम्बोधित करेंगे। इसके बाद वे पूर्णिया के लिए रवाना हो जायेंगे।