
कुशीनगर, 23 अगस्त। भारतीय पर्यटन व खानपान निगम लिमिटेड(आईआरसीटीसी) ने विदेशी सैलानियों को बौद्ध सर्किट में स्थित महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों का भ्रमण कराने के लिए बुद्धिस्ट स्पेशल ट्रेन की बुकिंग खोल दी है। एक अक्तूबर से शुरू होकर 31 मार्च को समाप्त होने वाले पर्यटन सीजन के दौरान ट्रेन बौद्ध सर्किट के कुल छह फेरे लगायेगी। नवंबर माह में यह ट्रेन 8 व 22 तारीख को, दिसंबर में 20, जनवरी में 3 , फरवरी में 21 व मार्च माह में भी 21 तारीख को दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से 13 बजे प्रस्थान करेगी। लक्जरी सुविधाओं से युक्त इस ट्रेन के यात्री बौद्ध तीर्थस्थलों पर स्थित पुरावशेषों,स्तूप, धरोहर आदि का दर्शन कर सकेंगे।
आठ दिनों की यात्रा का पहला पड़ाव बुद्ध के ज्ञान प्राप्त स्थल बोधगया, दूसरा पड़ाव प्राचीन शिक्षा के केंद्र नालंदा व राजगीर, तीसरा पड़ाव प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ व प्राचीन नगरी वाराणसी, चौथा पड़ाव बुद्ध के जन्मस्थल लुंबनी,पांचवां महापरिनिर्वाण स्थल कुशीनगर , छठा प्राचीन कौशल राज्य की राजधानी श्रावस्ती, सातवां अंतिम पड़ाव ताजमहल के लिए प्रसिद्ध आगरा होगा। आगरा से पर्यटक दिल्ली आकर पुनः अपने गंतव्य को प्रस्थान कर जायेंगे।
बौद्ध स्थलों के दर्शन के दौरान पर्यटकों की भाषा संबंधी कठिनाइयों के लिए ट्रेन में आईआरसीटीसी के प्रशिक्षित गाइड तैनात रहेंगे। स्पेशल ट्रेन बौद्ध देशों के पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। जापान, थाइलैंड, सिंगापुर, ताइवान आदि बौद्ध देशों के साथ यूरोपीय देशों के पर्यटक भी इस ट्रेन से बौद्ध सर्किट में घूमना काफी पसंद कर रहे हैं। बौद्ध सर्किट का पर्यटन सीजन एक अक्तूबर 25 से शुरू होकर 31 मार्च 26 को समाप्त होगा। इस दौरान बड़ी संख्या में बौद्ध देशों के साथ साथ यूरोपीय देशों के सैलानी आयेंगे।
क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी गोरखपुर रविंद्र कुमार ने बताया की पर्यटन विभाग बौद्ध स्पेशल ट्रेन के यात्रियों का स्वागत करने के साथ साथ सुविधाएं भी उपलब्ध कराता है।