
कुल 4,706 करोड़ लागत की 186 किमी लंबी 10 सड़क परियोजनाओं का होगा लोकार्पण एवं शिलान्यास
भोपाल, 23 अगस्त। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज शनिवर को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर जबलपुर आ रहे हैं। वे यहां प्रदेश के सबसे बड़े और अत्याधुनिक फ्लाईओवर का लोकार्पण करेंगे। इस इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उनके साथ मौजूद रहेगे। यह फ्लाईओवर जबलपुर शहर को नए यातायात स्वरूप में महानगरीय पहचान देगा।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. यादव जबलपुर में दोपहर 12 बजे आयोजित कार्यक्रम में चार हजार 706 करोड़ रुपये की लागत से 186 किमी लंबी 10 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल सहित अन्य सम्मानीय जनप्रतिनिधि इस समारोह में मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम में जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा, उनमें जबलपुर में सीआरआईएफ से निर्मित दमोह नाका-रानीताल मदनमहल मेडिकल रोड फ्लायओवर, कटनी बायपास का चार लेन चौड़ीकरण, अब्दुल्लागंज-इटारसी खंड में रातापानी वन्यजीव अभ्यारण्य भाग का चार लेन चौड़ीकरण एवं हिरन-सिंदूर खंड में नौरादेही वन्यजीव अभ्यारण्य भाग का चार लेन चौड़ीकरण का कार्य शामिल है।
इसी प्रकार जिन परियोजनाओं का शिलान्यास होगा, उनमें जबलपुर रिंग रोड के पाचवें पैकेज में अमझर-बरेला चार लेन सड़क निर्माण, रीवा बायपास का चार लेन चौड़ीकरण, सिरमौर से डभौरा खंड का दो लेन पेव्ड शोल्डर के साथ चौड़ीकरण, मंडला से नैनपुर खण्ड का दो लेन पेव्ड शोल्डर के साथ चौड़ीकरण, रीवा-मैहर-कटनी खंड पर सात अंडरपास का निर्माण तथा कटनी-जबलपुर-लखनादौन खंड पर छ: फ्लायओवर व अंडरपास के निर्माण कार्य शामिल है।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि जबलपुर में 1052 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 6.855 किलोमीटर लंबा यह एलिवेटेड कॉरिडोर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर है। इसमें कई ऐसी विशेषताएं हैं जो इसे विशिष्ट पहचान देती हैं। इस फ्लाईओवर का सबसे बड़ा तकनीकी आकर्षण रेल मार्ग के ऊपर निर्मित 192 मीटर लंबा सिंगल स्पान केबल स्टे ब्रिज है। इस परियोजना में कुल तीन बो-स्ट्रिंग ब्रिज भी शामिल किए गए हैं। इनमें से दो पुल रानीताल क्षेत्र में और एक पुल बलदेवबाग क्षेत्र में बनाया गया है। ये सभी पुल पूरी तरह स्टील से निर्मित हैं और प्रत्येक की लंबाई लगभग 70 मीटर है। आधुनिक इंजीनियरिंग तकनीकों से निर्मित यह संरचना न केवल जबलपुर बल्कि पूरे देश के लिए एक अद्वितीय और प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत करती है।