
ढाका (बांग्लादेश), 22 अगस्त। बांग्लादेश की पुलिस ने आज ढाका में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक सम्मेलन नहीं होने दिया। आयोजकों ने पुलिस पर अंतिम समय में बाधा डालने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि आयोजकों ने सम्मेलन के लिए मंजूरी नहीं ली थी। यह सम्मेलन आज सुबह 10 बजे ढाका के खमारबारी क्षेत्र में कृषिबिड इंस्टीट्यूशन बांग्लादेश (केआईबी) में होना था।
द डेली स्टार अखबार की खबर के अनुसार, तेजगांव थाना प्रभारी मोहम्मद मुबारक हुसैन ने कहा कि ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) से अनुमति न लेने के कारण राष्ट्रीय अल्पसंख्यक सम्मेलन को शुरू नहीं होने दिया गया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम चाहे इनडोर हो आउटडोर, ऐसे आयोजनों के लिए डीएमपी की मंजूरी जरूरी होती है। सांख्यलोगु अधिकार आंदोलन (अल्पसंख्यक अधिकार आंदोलन) के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक सम्मेलन का विषय ‘पहाड़ों से मैदानों तक, अस्तित्व की रक्षा के लिए डटे रहना’ तय किया गया था। सम्मेलन के मध्य में बांग्लादेश में पिछले 54 वर्ष में हुए सांप्रदायिक हमलों पर एक वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया जाना था।
बताया गया है कि आज सुबह देश भर से प्रतिभागी केआईबी पहुंचे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। नीलफामारी से आए तरुण कुमार रॉय ने कहा, “मैं आज सुबह लगभग 8:00 बजे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ढाका पहुंचा। वहां से केआईबी जाने पर पुलिस ने बताया कि सम्मेलन नहीं होगा।” उल्लेखनीय है कि आयोजकों ने कल केआईबी के सभागार से फेसबुक पर लाइव होकर अपनी अंतिम तैयारियों का प्रदर्शन किया था।
द डेली स्टार के अनुसार आज दोपहर से पहले लगभग 11:45 बजे आयोजकों ने केआईबी के प्रवेश द्वार के सामने एक बैनर टांगकर संवाददाता सम्मेलन करने की कोशिश की। पुलिस ने हस्तक्षेप कर संवाददाता सम्मेलन भी नहीं होने दिया। इसके बाद आयोजकों ने दूर जाकर पत्रकारों से बात की। अल्पसंख्यक अधिकार आंदोलन की संयोजक सुष्मिता कर ने कहा, “अपरिहार्य कारणों से हमें सम्मेलन स्थगित करना पड़ा। अगली तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।”